Nagpur News: डाक विभाग से मिल रहा अयप्पा स्वामी मंदिर का प्रसाद, राजस्व कमाने का लक्ष्य

डाक विभाग से मिल रहा अयप्पा स्वामी मंदिर का प्रसाद, राजस्व कमाने का लक्ष्य
  • प्रसाद भक्तों तक पहुंचाकर राजस्व कमाने का लक्ष्य
  • डाक विभाग से मिल रहा भक्तों को प्रसाद

Nagpur News. समय के साथ डाक विभाग का काम भी बदल गया है। चिट्टी व मनी आर्डर घर तक पहुंचानेवाला डाक विभाग अब देश के प्रमुख मंदिरों का प्रसाद भी भक्तों के घरों तक पहुंचा रहा है। महाराष्ट्र के लगभग 3 दर्जन धार्मिक स्थलों के प्रसाद वितरण का काम डाक विभाग पहले ही अपने हाथ ले चुका है। अब दक्षिण भारत के प्रसिद्ध श्री अयप्पा स्वामी मंदिर का प्रसाद भी भक्तों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है। डाक विभाग को इसके लिए तय कमिशन मिलता है।

केरल के सबरीमाला स्थित श्री अयप्पा स्वामी मंदिर का प्रसाद तय शुल्क के अनुसार वितरित किया जाता है। डाक विभाग में प्रिंटेट फार्म भरकर इसकी बुकिंग की जाती है। डाक विभाग ने इसके लिए जिस संस्था से अनुबंध किया है, उससे डाक विभाग को कमिशन मिलता है। यह अनुबंध राष्ट्रीय स्तर पर होता है। इसमें स्थानीय स्तर पर कोई हस्तक्षेप नहीं होता। 1000 रुपए तक का प्रसाद बुक करने पर डाक विभाग 5 रुपए बुकिंग शुल्क लेता है। एक हजार से ज्यादा का प्रसाद बुक करने पर डाक विभाग 10 रुपए बुकिंग शुल्क लेता है। हालांकि नागपुर में इसे बहुत प्रतिसाद मिलता दिखाई नहीं दे रहा।

चालान घर पहुंचाते है

डाक विभाग का मूल काम कम होने के बाद से विभाग अलग-अलग कामों में हाथ बंटा रहा है। विद्यार्थियों के लिए लगनेवाले दस्तावेज घर पहुंचाने से लेकर पुलिस द्वारा जो चालान किए जाते हैं, वह भी डाक विभाग के माध्यम से घर पहुंचाए जा रहे हैं। इसके लिए डाक विभाग तय शुल्क लेकर राजस्व जुटा रहा है।

महाराष्ट्र के ये मंदिर है

महाराष्ट्र के जिन मंदिरों व धार्मिक स्थलों का प्रसाद डाक से भक्तों तक पहुंचता है, उनमें प्रमुख रूप से भीमाशंकर देवस्थान, चिंतामनी देवस्थान, ज्ञानेश्वर माउली, डोन बोस्को श्राइन हाउस माटूंगा, गणपतिपुले मंदिर, गोंडावलेकर महाराज देवस्थान, इस्कॉन टेंपल मुंबई, खंडोबा देवस्थान, महालक्ष्मी टेंपल कोलापुर, रेणूकादेवी मंदिर ट्रस्ट, सप्तश्रृंगी, शनिशिंगणापुर, सिद्धिविनायक मंदिर, श्री गजानन महाराज मंदिर शेगांव, शिर्डी साईंबाबा मंदिर, श्री समर्थ रामदास स्वामी, तुलजा भवानी मंदिर तुलजापुर, विट्ठल रुक्मिनी मंदिर पंढरपुर आदि शामिल हैं।

Created On :   7 Feb 2025 6:16 PM IST

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