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Nagpur News: कैंसर रोगियों के लिए वरदान, शहर में वैरिएबल एनर्जी साइक्लोट्रॉन सेंटर
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- शहर एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि की ओर
- मुख्यमंत्री ने इसके लिए कृति गट तैयार करने के आदेश दिए
- उपचार एवं अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण होगा यह केंद्र
Nagpur News. पार्टिकल एस्सेलेरेटर (particle accelerator) कण त्वरक प्रौद्योगिकी पहले अनुसंधान तक ही सीमित थी। अब यह एक सामाजिक आवश्यकता बन गई है। साथ ही शिक्षा की एक नई शाखा भी इसमें शामिल हो गई है, जिसमें कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज भी शामिल है। वर्तमान में भारत में केवल 24 साइक्लोट्रॉन केंद्र कार्यरत हैं तथा पश्चिमी देशों की तुलना में 1,000 अतिरिक्त केंद्रों की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में मेडिकल और इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस साइक्लोट्रॉन सेंटर बनाने के लिए कृति गट गठित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने जिलाधीश डॉ. इटनकर को इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन की उपलब्धता के बारे में प्रस्ताव पेश करने को कहा।
रामगिरी में हुई महत्वपूर्ण बैठक : नागपुर में साइक्लोट्रॉन केंद्र की स्थापना के संबंध में गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के शासकीय आवास रामगिरी में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में जिलाधीश डॉ. विपिन इटनकर, वीएनआईटी निदेशक प्रेम लाल पटेल, प्रो. किशोर भुरचंडी, एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. प्रशांत जोशी, शासकीय मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डा. राज गजभिये, आईजीएमसी के अधिष्ठाता डा. रवि चव्हाण, नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. आनंद पाठक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी शैलेश जोगलेकर उपस्थित थे।
नए रास्ते खोलने में मदद
एम्स के कार्यकारी निदेशक डा. प्रशांत जोशी ने अपने प्रस्तुतिकरण में कहा कि नागपुर में वीएनआईटी, एम्स, शासकीय मेडिकल कॉलेज, इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट जैसे नामांकित संस्थान हैं। इस दृष्टि से यह केंद्र नागपुर सहित मध्य भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगा। इस केेंद्र से स्वच्छ ऊर्जा, जलशुद्धिकरण, स्वास्थ्य, ऊर्जा और अन्य प्रक्रियाओं जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में नए रास्ते खोलने में मदद करेगा।
वीएनआईटी का मिलेगा योगदान
वीएनआईटी के निदेशक प्रेम लाल पटेल ने अपने प्रस्तुतिकरण में कहा कि यह केंद्र अनुसंधान, कैंसर उपचार सहित चिकित्सा क्षेत्रों, भौतिक विज्ञान और इंजीनियरिंग शिक्षा तथा औद्योगिक क्षेत्रों के लिए बहुत उपयोगी होगा। वीएनआईटी मध्य भारत में इस केंद्र की स्थापना में अपना सर्वोत्तम योगदान देगा। इलेक्ट्रॉनिक्स, भौतिकी और रसायन विज्ञान के क्षेत्रों में रुचि रखने वाले शोधकर्ता वीएनआईटी से निकले हैं। नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. आनंद पाठक ने आंकड़े प्रस्तुत किए कि मध्य भारत के साथ-साथ विदर्भ-मराठवाड़ा में कैंसर रोगियों को किस प्रकार लाभ मिलेगा।
Created On :   14 Feb 2025 7:09 PM IST