Nagpur News: 65 गवाहों का सच करेगा लोगों को करोड़ों से ठगने वाले वासनकर को बेनकाब

65 गवाहों का सच करेगा लोगों को करोड़ों से ठगने वाले वासनकर को बेनकाब
  • याचिकाकर्ता की मांग पूरी
  • इसलिए हाई कोर्ट में याचिका का निपटारा
  • हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपए की ठगी का है मामला

Nagpur News वासनकर वेल्थ के नाम पर शहर के हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपए की ठगी करने के आरोपी प्रशांत वासनकर के घोटाले की जांच विशेष समिति द्वारा कराए जाने की मांग वाली याचिका बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर खंडपीठ में प्रलंबित थी। इसमें फॉरेंसिक ऑडिटर की सहायता लेने की भी मांग की गई थी। इस मामले में गुरुवार को हुई सुनवाई में कोर्ट ने याचिका का निपटारा करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत जानकारी के अनुसार याचिकाकर्ताओं की मांगें पूरी कर दी गई हैं। ऑडिटर की रिपोर्ट एमपीआईडी अदालत को भी सौंप दी गई है, जहां मामले की सुनवाई हो रही है। अब तक 65 गवाहों की जांच की जा चुकी है। फॉरेंसिक ऑडिटर की मांग पूरी होने के कारण याचिका का निपटारा किया जाता है।

पीड़ितों की गुहार - प्रशांत वासनकर और उनके कुछ अन्य रिश्तेदारों और सहयोगियों पर वासनकर वेल्थ के नाम पर शहर के हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। यह मामला 2014 में प्रकाश में आया था। कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। कुछ समय पहले प्रशांत वासनकर को जमानत पर रिहा किया गया था। हालांकि, इस बीच 2017 में एक पीड़ित निवेशक अशोक लांजेवार और कुछ अन्य लोगों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। गुहार लगाई कि इस मामले का दायरा बहुत बड़ा है और क्राइम ब्रांच के वित्त विभाग के पास जरूरी विशेषज्ञ नहीं है, लिहाजा प्रकरण की गहराई से जांच की जाए।

तर्क में यह कहा - कंपनी अधिनियम का एक प्रावधान ऐसे मामलों में गहन जांच की अनुमति देता है। केंद्र सरकार का गंभीर धोखाधड़ी जांच विभाग ऐसे धोखाधड़ी अपराधों की जांच करता है। इस टीम में बैंकिंग, कॉर्पोरेट, टैक्स, फोरेंसिक ऑडिटिंग, स्टॉक और पूंजी बाजार, आईटी, कानूनी और अन्य महत्वपूर्ण विषयों के विशेषज्ञ शामिल होते हैं। इसलिए याचिकाकर्ताओं ने मांग की थी कि इस मामले की जांच अधिकारियों द्वारा की जाए तथा फोरेंसिक ऑडिटर नियुक्त कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।


Created On :   10 Jan 2025 1:22 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story