तफ्तीश: चेंबर के पूर्व अध्यक्षों ने खोल रखा था मोर्चा, एनवीसीसी अध्यक्ष मेहाड़िया और सचिव तोतला का इस्तीफा

चेंबर के पूर्व अध्यक्षों ने खोल रखा था मोर्चा, एनवीसीसी अध्यक्ष मेहाड़िया और सचिव तोतला का इस्तीफा
  • अचानक हुए इस्तीफे को लेकर व्यापारियों में तरह-तरह की चर्चाएं
  • आरोपों के बाद एनवीसीसी की बॉडी को भंग किया गया था
  • भ्रष्टाचार और मनमानी का आरोप

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ के व्यापारियों की सबसे बड़ी संस्था नाग विदर्भ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अश्विन मेहाड़िया और सचिव रामअवतार तोतला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों ने 9 अप्रैल काे एनसीएलटी को अपने इस्तीफे की कॉपी और कारण से संबंधित पत्र साैंपा। सोमवार को कोर्ट में एनवीसीसी के मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह जानकारी दी। बता दें कि, अश्विन मेहाड़िया का कार्यकाल काफी विवादों में रहा है। चेंबर के कुछ पूर्व अध्यक्षों ने मिलकर अश्विन मेहाड़िया पर चेंबर में भ्रष्टाचार और मनमानी का आरोप लगाया था। इस मामले की सुनवाई एनसीएलटी में चल रही थी।

एनसीएलटी ने अश्विन मेहाड़िया पर लगाए गए आरोपों की जांच के लिए प्रशासक की नियुक्ति की थी। इस दौरान एनवीसीसी की बॉडी को भंग कर दिया गया था। छह माह तक प्रशासक यू.सी. नाहटा ने एनवीसीसी के संपूर्ण कामकाज की जांच कर रिपोर्ट एनसीएलटी को सौंप दी थी, जिसके बाद हाल ही में कोर्ट ने प्रशासक को वापस बुलाकर अश्विन मेहाड़िया और टीम को एनवीसीसी की बागडोर सौंपी थी। कोर्ट ने केवल नाममात्र के लिए उन्हें अध्यक्ष बनाया था। उन्हें किसी भी प्रकार के निर्णय लेने का अधिकार नहीं दिया गया था। वापस अध्यक्ष बनने के बाद अश्विन मेहाड़िया और रामअवतार तोतला द्वारा अचानक इस्तीफा देने से व्यापारियों में तरह-तरह की चर्चा हो रही हैं।

विवादों में रहा है कार्यकाल

अश्विन मेहाड़िया का चेंबर अध्यक्ष रहते हुए कार्यकाल काफी विवादों में रहा है। उन पर डीन नंबर लैप्स होने के बाद भी चेंबर का अध्यक्ष बने रहने, अपनी मनमर्जी से निर्णय लेने, अनधिकृत तरीके से एजीएम लेने जैसे आरोप लगाए गए थे। एनवीसीसी की सिविल लाइंस स्थित जमीन के हस्तांतरण में भी गड़बड़ी की शिकायत थी।

इस पचड़े से मुक्त होना चाहता हूं

कोर्ट ने मुझे फिर से अध्यक्ष बना दिया। यह हमारी जीत है। अब मैं इस पचड़े से मुक्त होना चाहता हूं, इसीलिए पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने का विस्तृत कारण मैंने एक पत्र में लिखकर कोर्ट में सौंप दिया है। - अश्विन मेहाड़िया, निवर्तमान अध्यक्ष, नाग विदर्भ चेंबर ऑफ काॅमर्स

आरोप सिद्ध हो जाएंगे, इसलिए इस्तीफा दिया

अश्विन मेहाड़िया के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच चल रही है आैर उन्हें पता है कि, एक न एक दिन यह आरोप सिद्ध हो जाएंगे, इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया। -दीपेन अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष, नाग विदर्भ चेंबर ऑफ काॅमर्स

Created On :   23 April 2024 9:16 AM GMT

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