शिक्षा: शिक्षा विभाग में रिक्त पदों का अतिरिक्त बोझ, कागजों पर प्रशासकीय कामकाज

शिक्षा विभाग में रिक्त पदों का अतिरिक्त बोझ, कागजों पर प्रशासकीय कामकाज
  • स्कूलों पर पकड़ कमजोर होने से शैक्षणिक गुणवत्ता पर असर
  • 13 पद गटशिक्षणाधिकारी के मंजूर, 12 पद रिक्त
  • 136 पद केंद्र प्रमुखों के मंजूर हैं उनमें से 25 पद रिक्त

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले के शिक्षा विभाग में आधे से ज्यादा पद रिक्त हैं। रिक्त पदों का कार्यरत कर्मचारियों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है। अधिकारी काम का बोझ बढ़ने से दफ्तर में बैठकर ही प्रशासकीय कामकाज समेट रहे हैं। स्कूलाें पर प्रशासन की पकड़ कमजोर होने से शैक्षणिक गुणवत्ता पर असर हो रहा है।

प्राथमिक विभाग में एक उपशिक्षणाधिकारी कार्यरत : जिले में अनुदानित, गैरअनुदानित माध्यमिक स्कूल 1160 हैं। प्राथमिक स्कूलों की संख्या 2500 के पार है। अधिकांश प्राथमिक स्कूलों से माध्यमिक स्कूल संलग्न है। सभी स्कूलों पर जिला शिक्षणाधिकारी कार्यालय का नियंत्रण है। प्राथमिक और माध्यमिक विभाग पर नियंत्रण के लिए स्वतंत्र शिक्षणाधिकारी और 2 उपशिक्षणाधिकारी के पद मंजूर हैं। दोनों विभागों में शिक्षणाधिकारी कार्यरत हैं। प्राथमिक विभाग में एक उपशिक्षणाधिकारी कार्यरत है। माध्यमिक विभाग में दाेनों पद रिक्त हैं। तहसील स्तर पर गटशिक्षणाधिकारी के 13 पद मंजूर हैं। उनमें से 12 पद रिक्त हैं। केवल एक नियमित गटशिक्षणाधिकारी कार्यरत है।

स्कूलों का निरीक्षण प्रभावित : अधिकारियों पर कार्यालयीन कामकाज के अलावा स्कूलों की नियमित जांच करने की जिम्मेदारी है। रिक्त पदों का अतिरिक्त बोझ पड़ने से उसी को अंजाम देने के लिए अधिकारियों को समय कम पड़ रहा है। स्कूलों का नियमित निरीक्षण नहीं कर पाने से कामकाज में अनियमितता बढ़ने की शिकायतें मिल रही हैं। सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेंशन प्रकरणों का निपटारा करने में विलंब हो रहा है।

प्रभार केंद्र प्रमुखों के कंधों पर : गटशिक्षणाधिकारी के बाद प्रत्यक्ष स्कूलों पर नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी शिक्षण विस्तार अधिकारी और केंद्र प्रमुखों पर है। शिक्षण विस्तार अधिकारियों के 54 पद मंजूर हैं, उनमें से सिर्फ 18 पदों पर नियमित विस्तार अधिकारी हैं। 36 पद लंबे समय से रिक्त हैं। केंद्र प्रमुखों के 136 पद मंजूर हैं। उनमें से 25 पद रिक्त हैं। शिक्षण विस्तार अधिकारी के रिक्त पदों का अतिरिक्त प्रभार केंद्र प्रमुखों के कंधों पर है। केंद्र प्रमुखों के रिक्त पदों की अतिरिक्त जिम्मेदारी मुख्याध्यापकों पर डाली गई है।

जिप में शिक्षकों का बैकलॉग : जिले के सभी स्कूलों पर जिला परिषद के शिक्षा विभाग का नियंत्रण है। जिला परिषद स्कूलों में शिक्षकों का बैकलॉग है। गत 12 साल में 900 से अधिक शिक्षकाें का बैकलॉग तैयार हुआ। उसमें से पवित्र पोर्टल पर भर्ती प्रक्रिया में 325 शिक्षकों का चयन किया गया। शिक्षक भर्ती के बावजूद 600 के आसपास शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं।

Created On :   24 May 2024 11:18 AM GMT

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