नागपुर: जानिए कैसे काम करेगी अण्णा भाऊ साठे प्रशिक्षण संस्था, बार्टी की तर्ज पर आर्टी का गठन

जानिए कैसे काम करेगी अण्णा भाऊ साठे प्रशिक्षण संस्था, बार्टी की तर्ज पर आर्टी का गठन
  • कैबिनेट की बैठक में हुआ फैसला
  • साहित्य का अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में होगा अनुवाद
  • साहित्यरत्न का अप्रकाशित साहित्य होगा प्रकाशन

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बार्टी की तर्ज पर आर्टी का गठन हो गया है। आर्टी यानी मातंग समाज के लिए अण्णा भाऊ साठे प्रशिक्षण संस्था का गठन हुआ है, जिससे संबंधित छात्रों को लाभ होगा। आपको बता दें 11 जुलाई को कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया। जिसके तहत बार्टी की तर्ज पर आर्टी के गठन का फैसला लिया गया था। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (बार्टी) पुणे के तर्ज पर अब मातंग समाज के सर्वांगीण विकास के लिए अण्णा भाऊ साठे संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (आर्टी) का गठन हुआ। यह निर्णय क्रांति गुरु लहुजी सालवे मातंग सामाजिक अध्ययन आयोग की अनुशंसा और अंतरिम बजट में की गई घोषणा के तहत लिया गया। आयोग ने साहित्यरत्न अण्णा भाऊ साठे इनके नाम से मुंबई में एक राष्ट्रीय स्मारक बनाने और वहां अनुसंधान और ज्ञानोदय के लिए नवीनतम सुविधाएं प्रदान करने की सिफारिश की थी। साथ ही 2024-25 के अंतरिम बजट में आर्टी का गठन की घोषणा की गई थी।

आर्टी के इन पदों को मंजूरी मिली है

अनुसूचित जाति अंतर्गत मातंग, मांग, मिनिमादिग, दखनी-मांग, मांग-म्हशी, मदारी, गारूडी, राधे मांग, मांग-गोराडी, मांग-गारुडी समाज के सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक विकास के लिए अण्णा भाऊ साठे संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (आर्टी) गठित करने को मंजूरी दी गई। इसके तहत आर्टी के व्यवस्थापकीय संचालक और निबंधक इन दो पदों तथा अनुसंधान, प्रशिक्षण, योजना, विस्तार, लेखा व आस्थापना विभाग स्थापित करने को मंजूरी दी गई है।

छात्रों को क्या लाभ मिलेगा

अण्णा भाऊ साठे संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (आर्टी) के तहत मातंग व तत्सम जाति के छात्रों को लिए शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्रशिक्षण, अनुसंधान, कौशल विकास, रोजगार व स्वरोजगार प्रशिक्षण, स्टार्ट-अप, रोजगारनिर्मिती के विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जाएेगी। बार्टी के तहत

पारंपरिक व्यवसाय को बढ़ावा

आर्टी के तहत लोक गीत, लोक संस्कृति, लोक कला के संबंध में अनुसंधान, प्रशिक्षण, प्रचार-प्रसार, पारंपरिक व्यवसायों को बढ़ावा, वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। साथ ही कला, कौशल के लिए जिला स्तरीय, राज्य स्तरीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा।

साहित्यरत्न का अप्रकाशित साहित्य होगा प्रकाशन

अण्णा भाऊ साठे संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (आर्टी) के माध्यम से साहित्यरत्न अण्णा भाऊ साठे साहित्य तथा अब अप्रकाशित रहे साहित्य का प्रकाशन किया जाएगा। साथ ही इन साहित्यों का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा।

Created On :   21 July 2024 2:00 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story