भरोसा: मेयो अस्पताल के अधूरे काम जल्द होंगे पूर्ण, विकास कार्यों को अब मिलने लगी गति

मेयो अस्पताल के अधूरे काम जल्द होंगे पूर्ण, विकास कार्यों को अब मिलने लगी गति
  • सर्वसुविधायुक्त होगी इमारत
  • 4.44 करोड़ सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर होंगे खर्च
  • 04.17 करोड़ मिले अग्निसुरक्षा उपाययोजना के लिए
  • 11.69 करोड़ ब्वायज होस्टेल के 6वें व 7वें माले के लिए होंगे खर्च

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शनिवार को इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) में 500 बिस्तर क्षमतावाली प्रस्तावित इमारत मेडिसिन विंग का भूमिपूजन केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के हाथों हुआ। यह इमारत 7 माले की होगी। बाद में इसका विस्तार 11 माले तक किया जाएगा। इसके लिए 144. 54 करोड़ रुपए प्राप्त हो चुके हैं। अभी इमारत के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। इससे पहले 2017 में मंजूर प्रशासकीय इमारत का निर्माण 2019 में हो चुका है। इसका काम 95 फीसदी पूरा हो चुका है। 77.65 करोड़ से निर्मित प्रशासकीय इमारत के सातवें माले का काम पूरा नहीं होने से इमारत अधिग्रहण अटका हुआ है। इसके अलावा मेयो अस्पताल परिसर में अनेक विकास कार्य किये जा रहे हैं, जो अलग-अलग कारणों के चलते धीमी गति से हो रहे हैं। इसमें कोरोनाकाल, निधि का समय पर न मिलना, मजदूरों की कमी आदि कारण हैं। लेकिन अब स्थिति सामान्य होने से विकास कार्यों को गति मिलने लगी है।

इस तरह है कामों की स्थिति

मेयो अस्पताल के विकास में पहले चरण में अनेक कामों का समावेश है। जिसमें अग्निसुरक्षा उपाययोजना के लिए 4.17 करोड़ रुपए की निधि मिली है। यह काम दो अलग-अलग हिस्सोंे में किए जा रहे हैं। एक हिस्से के लिए 2.04 करोड़ व दूसरे हिस्से के लिए 2.13 करोड़ रुपए खर्च किये जा रहे हैं। प्रशासकीय इमारत के सातवें माले का काम अभी शुरू है। इसके लिए अलग से 16.41 करोड़ रुपए खर्च किये जा रहे हैं। सातवें माले का काम 15 फीसदी हो चुका है। 85 फीसदी काम पूरा किया जा रहा है।

आरएमओ होस्टेल का दूसरा, तीसरा और चौथा माला तैयार करने के लिए 22.69 करोड़ रुपए की योजना है। इसका काम 25 फीसदी हो चुका है। नये ब्वायज होस्टेल के छठवें व सातवें माले के लिए 11.69 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसका काम 25 फीसदी हो चुका है। मेयो में दो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की योजना है। इसमें से एक योजना पर 2.16 करोड़ रुपए और दूसरी योजना पर 2.28 करोड़ रुपए मिलाकर कुल 4.44 करोड़ का काम किया जा रहा है। इसमें पाइपलाइन का प्रस्ताव भी शामिल है। दोनों एसटीपी का काम 50 फीसदी पूरा हो चुका है। इसके अलावा अन्य काम शुरू हैं। यूजी श्रेणीवर्धन अंतर्गत तलमाला के साथ आठ माले की इमारत का प्रस्ताव है। इसके लिए 55.14 करोड़ रुपए की मांग की गई है। इसे प्रशासकीय मान्यता मिल चुकी है। फिलहाल आर्थिक बजट में इसका प्रावधान नहीं किया गया है।

दो महीने में मिलेगी मेयो को प्रशासकीय इमारत

मेयो की प्रशासकीय इमारत का काम अंतिम चरण में है। दो महीने में यह इमारत मेयो अस्पताल प्रशासन को मिल जाएगी। दरअसल यह इमारत पहले छह माले की थी। बाद में इसमें एक माला बढ़ाने से काम बढ़ गया। अब यह इमारत सात माले की हो रही है। सातवें माले के छत का आधा काम हो चुका है। आधा काम इसी हफ्ते में पूरा होने की संभावना व्यक्त की गई है। छत का काम होने पर आंतरिक व बाहरी फिनिशिंग पूरी की जाएगी। एक से डेढ़ महीने में काम पूरा होने पर यह इमारत मेयो लोकनिर्माण विभाग द्वारा मेयो को सौंपी जाएगी। मेयो अस्पताल शहर का सबसे पुराना सरकारी अस्पताल है। इसलिए यहां के अलग-अलग विभाग बिखरे हुए हैं। इन विभागों को एक ही स्थान पर लाने के लिए अत्याधुनिक सुविधायुक्त इमारत निर्माण का प्रस्ताव 2017 में मंजूर हुआ। 77.64 करोड़ रुपए से 21 हजार वर्ग मीटर जमीन पर 2019 में निर्माण शुरू हुआ। कोरोनाकाल के दौरान काम की गति कम हुई। इसके बाद काम तेजी से हुआ। छह मंजिला इमारत का काम 90 फीसदी होने के बाद एक माला और चढ़ाने का निर्णय लिया गया। 16 मार्च 2023 को इमारत पर एक माला और चढ़ाने के लिए 16.40 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को प्रशासकीय मंजूरी दी गई। सातवें माले समेत यह इमारत अगले दो महीने पूरी तरह तैयार होने का अनुमान व्यक्त किया गया है।


Created On :   26 Feb 2024 8:42 PM IST

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