फ्रॉड: 1 करोड़ का कर्ज दिलाने के नाम पर 5 लाख की ठगी

1 करोड़ का कर्ज दिलाने के नाम पर 5 लाख की ठगी
  • जरीपटका थाने में दो आरोपियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज
  • निजी ठेकेदार को बैंक से कर्ज दिलाने का झांसा देकर लगाई चपत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्राइवेट कांट्रेक्टरशिप का व्यवसाय करने वाले व्यक्ति को बैंक से 1 करोड़ का कर्ज दिलाने के नाम पर दो आरोपियों ने 5 लाख रुपए की ठगी की। आरोपियों ने कर्ज दिलाने के लिए 8 लाख रुपए लिए थे, लेकिन करतूत उजागर होने पर उन्होंने 3 लाख रुपए वापस दे दिए। 5 लाख रुपए लौटाने में टालमटोल करने पर पीडित ने आरोपी मिलिंद हरिनारायण टेंभूर्णे, जरीपटका और उसके दोस्त मनप्रीत सिंग, पाटणकर चौक निवासी के खिलाफ जरीपटका थाने में शिकायत की। पुलिस ने दोनों आरोपियों पर धारा 467, 468, 471, 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया है।

आरोपियों से कार चालक ने कराया था परिचय

पुलिस के अनुसार चामट ट्रैवल्स के बाजू में, इंदोरा चौक निवासी पीड़ित मो. गुलशाद मो. हनीफ बहना (37) है। मो. गुलशाद का प्राइवेट कांट्रेक्टरशिप का व्यवसाय हैं। उनकी एमजी बिल्ड केयर इन्फ्राटेक प्रा.लि. नामक कंपनी है। कंपनी का कार्यालय और घर इंदोरा में है। वर्ष 2023 में उन्हें व्यवसाय के सिलसिले में कर्ज की आवश्यकता थी। उनके कार चालक सनम मुलतानी ने उन्हें बताया कि, मेरे पहचान के लोग हैं, जो बैंक का काम करते हैं। चूंकि, मो. गुलशाद को पैसे की आवश्यकता थी। फरवरी 2023 को कार चालक सनम मुलतानी ने पाटणकर चौक, जरीपटका में उनका परिचय मिलिंद हरिनारायण टेंभूर्णे और मनप्रीत सिंह सेे करवाया।

सौ फीसदी काम होने का भरोसा दिया

मिलिंद ने मो. गुलशाद को बताया कि, वह करीब 7-8 साल से आईसीआईसीआई बैंक में लोन डिपार्टमेंट में काम करता था। वह कई लोगों को लोन दिला चुका है। मिलिंद ने मो. गुलशाद को अपने मोबाइल में कुछ लोगों के लोन के चेक भी दिखाए। मनप्रीत ने भी मो. गुलशाद से कहा कि, भरोसा रखिए आपका सौ फीसदी काम हो जाएगा। मनप्रीत, कार चालक सनम मुलतानी का रिश्तेदार है, इसलिए मो. गुलशाद ने भरोसा कर लिया। आरोपी मिलिंद और मनप्रीत ने मो. गुलशाद को यह भी बताया था कि, एक करोड़ का कर्ज लेने के लिए उन्हें कोई संपत्ति गिरवी नहीं रखनी पड़ेगी और न ही कोई गारंटर लगेगा।

मुंबई की बैंक से कर्ज दिलाने का लालच

दोनों आरोपियों ने मो. गुलशाद से मुंबई की आईसीआईसीआई व पंजाब नेशनल बैंक से कर्ज दिलाने के बदले में 15 प्रतिशत यानी करीब 15 लाख रुपए कमीशन मांगा तथा 1 करोड़ का कर्ज दिलाने से पहले 7.50 लाख और काम हो जाने के बाद 7.50 लाख रुपए देने की मांग की। मो. गुलशाद ने जब पहले काम करने के िलए कहा, तो मिलिंद ने कहा, बैंक के मैनेजर को पहले एडवांस देना पड़ता है। इसके बाद ही वह लोन मंजूर करेगा। फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में मो. गुलशाद ने मिलिंद 5 लाख रुपए नकद और कंपनी के दस्तावेज दिए। मिलिंद ने 15 से 20 दिन में काम कराकर देने की बात की, लेकिन 2-3 दिन बाद ही मिलिंद ने मो. गुलशाद को फोन कर बताया िक, उसने मुंबई में आईसीआईसीआई बैंक से उनके लोन के बारे में बात कर ली है। काम हो गया है।

1 करोड़ का फर्जी चेक दिखाकर लिए 3 लाख

आरोपियों ने मो. गुलशाद को एक करोड़ का फर्जी चेक दिखाया और चेक का भुगतान कर उन्हें एक करोड़ रुपए देने की बात की। 2 मार्च को मिलिंद के कहने पर मो. गुलशाद ने 3 लाख रुपए उसके कोटक महिंद्रा बैंक के किंग्स-वे ब्रांच में जमा करा दिए। इसके बाद 11 मार्च 2023 तक मिलिंद ने करीब 8 लाख रुपए ले लिए। इसके बाद आरोपियों ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। मो. गुलशाद ने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने उन्हें 3 लाख रुपए वापस कर दिए और बाकी 5 लाख रुपए देने में आनाकानी करने लगे। तब मो. गुलशाद ने आरोपियों के खिलाफ जरीपटका थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज किया है। फरार आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है।

Created On :   28 Nov 2023 1:47 PM IST

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