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RSS: कॉक्लियर इम्प्लांट पर जीएसटी ज्यादा वसूल रही सरकार
- समाज हित की बात
- कॉक्लियर इम्प्लांट पर जीएसटी ज्यादा वसूल रही सरकार
- भागवत ने कहा - मैं सरकार के सामने मुद्दा रखूंगा सुनेंगे या नहीं? बता नहीं सकता’
डिजिटल डेस्क, नागपुर. केंद्र सरकार को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने भी विवशता जाहिर की। एक कार्यक्रम में डॉ. भागवत ने कहा कि सरकार में कुछ परिचित लोग हैं। मैं उनके सामने कर्णबधिर बच्चों के लिए आवश्यक कॉक्लियर इम्प्लांट पर वसूले जाने वाले जीएसटी का मुद्दा रखूंगा। किन्तु वे सुनेंगे या नहीं? यह मैं बता नहीं सकता।
संघ द्वारा मदद की जाएगी
स्पीक हियर इंडिया फाउंडेशन की ओर से बुधवार को परवाना भवन में आयोजित श्रवणदोष जागृति कार्यक्रम में वे बोल रहे थे। डॉ. भागवत ने कहा कि सरकार का एक अलग प्रारूप होता है। उस अनुसार वह काम करती है। कॉक्लियर इम्प्लांट पर वसूले जाने वाले जीएसटी का मुद्दा सरकार तक पहुंचाने का काम मैं करूंगा। कॉक्लियर इम्प्लांट व कर्णयंत्र के लिए समाज को भी पहल करने की जरूरत है, लेकिन इसका खर्च ज्यादा है। लिहाजा, समाज के दानवीरों को जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। संघ विविध सामाजिक क्षेत्र में लगातार काम कर रहा है, किन्तु सभी क्षेत्रों में काम संभव नहीं है। अगर कोई संस्था इस क्षेत्र में काम कर रही है, तो संघ द्वारा उन्हें पूरी मदद की जाएगी। भागवत ने कहा कि जन्मजात बच्चों में यह परेशानी न हो, इसके लिए प्रत्येक महिलाओं को पहले से उत्तम पोषण आहार मिलना चाहिए।
इसलिए उपकरण महंगा
डॉ. मिलिंद कीर्तने ने कहा कि हमारी तरफ से कर्णयंत्र पर जीएसटी नहीं लगती है, लेकिन कॉक्लियर इम्प्लांट कर्णबधिर बच्चों से संबंधित है। उस पर जीएसटी लगती है। इसके अलावा कर्णयंत्र के अन्य उपकरणों पर भी जीएसटी लगने यह ज्यादा महंगा हो जाता है। कर्णबधिरता से संबंधित अनेक लोग पहले से आर्थिक रूप से कमजोर हैं। ऐसे में उपकरण सामग्री महंगी होने से अनेकों की यह क्षमता से बाहर हो जाती है।
Created On :   19 Oct 2023 3:08 PM IST