संसद का अनुभव: संसद में तीखी बहस होना नई बात नहीं, नियमों का पालन होना चाहिए

  • पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा
  • हंगामे के मामले अधिक बढ़े
  • विषय से अलग बातें होने लगती है

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संसद में सभापति या अध्यक्ष के साथ सदस्य की तीखी बहस को पूर्व लोकसभा अध्यक्ष अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सामान्य ठहराया है। उन्होंने कहा है-पहले भी तीखी बहस होते रही है। हंगामें हुए हैं। लेकिन यह सब नहीं होना चाहिए। नियमों का अध्ययन कर बोलना चाहिए। शनिवार को अहिल्या देवी मंदिर धंतोली में पत्रकार वार्ता में महाजन बोल रहीं थीं। राज्यसभा में सदस्य जया बच्चन व सभापति जगदीप धनखड़ के बीच तीखी बहस हुई थी। विपक्ष ने हंगामे के साथ बहिर्गमन किया था। इस संबंध में प्रश्न पर महाजन ने कहा-संसद में मेरा 30 वर्ष का अनुभव रहा है।

हंगामे कम, ज्यादा होते रहे हैं। प्रादेशिक दलों व जाति अाधारित राजनीति करनेवाले दलों के उभार के उभार के साथ हंगामे के मामले अधिक बढ़े हैं। विषय से अलग बातें होने लगती है।विषय से अलग बातें होने लगती हैमेरे अध्यक्ष कार्यकाल में एक विधेयक पर चर्चा के समय एक सदस्य अचानक खड़े होकर अपने क्षेत्र के विषय पर बोलने लगे। बोलते रहे। बाद में यह कहकर बैठ गए कि मुझे जो बोलना था बोल दिया, अब विधेयक को पास करना हो तो करा लो। हालांकि नियमों का पालन करनेवाले और अध्ययन के साथ बोलनेवाले सदस्यों की न पहले कमी थी न अब है। हम विपक्ष के सदस्यों, वामपंथी नेता को सुनने के लिए इंतजार करते थे।

अब भी विपक्ष में ऐसे सदस्य हैं। सदस्यों ने पहले राष्ट्र की भावना के साथ बहस करना चाहिए। अहिल्या होलकर के जीवनदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि सुशासन के लिए होलकर की कार्यपद्धति को अपनाना आवश्यक है। सामाजिक या अन्य सहायता कार्य के लिए होलकर निजी संपति से खर्च करती थी। उनका कहना था कि खर्च के संबंध में हिसाब किताब सभी के लिए खुला है। निजी संपति से ही उन्होंने मंदिर बनवाए। उनके समय मंदिर का निर्माण सुख दुख बांटने का स्थल हुआ करता था। पत्रकार वार्ता में पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ.विकास महात्मे, मनीषा काशीकर , सुबोध सुर्जीकर व अन्य पदाधिकारी थे।

मातोश्री नाटक का मंचन आज : सुमित्रा महाजन ने लिखी पुस्तक पर आधारित मातोश्री पुण्यश्लोक राजमाता अहिल्यादेवी होलकर द्विअंकी नाटक का मंचन रविवार को शाम 6 बजे किया जाएगा। सुरेश भट सभागृह रेशमबाग परिसर में आयोजन होगा। महाजन ने बताया कि अहिल्यादेवी होलकर त्रिशताब्दी समारोह के तहत देश भर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अहिल्या देवी के जीवन दर्शन को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए अखिल भारतीय समिति बनायी गई है। नाटक मंचन कार्यक्रम में राष्ट्रसेविका समिति की प्रमुख शांताक्का, मंत्री राम शिंदे, होलकर परिवार के यशवंतराव होलकर रहेंगे।

Created On :   17 Aug 2024 8:59 PM IST

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