सवालों की सियासत: फडणवीस ने कहा- मुख्यमंत्री पद को लेकर कुछ कहने का अधिकार मुझे नहीं

फडणवीस ने कहा- मुख्यमंत्री पद को लेकर कुछ कहने का अधिकार मुझे नहीं
  • मुख्यमंत्री शिंदे व उपमुख्यमंत्री पवार को बताया निर्णायक
  • उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा मुख्यमंत्री पद को लेकर कुछ कहने का अधिकार मुझे नहीं
  • नागपुर के विकास कार्य जल्द पूरे होंगे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महायुति में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर प्रश्नों को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कन्फ्यूजन करनेवाला ठहराया है। फडणवीस ने कहा है-मुख्यमंत्री पद मेरा विषय नहीं है। इस संबंध में कुछ कहने व निर्णय लेेने का अधिकार मुझे नहीं है। महायुति के प्रमुख मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं। उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। फडणवीस ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री पद के लिए मुख्यमंत्री शिंदे व उपमुख्यमंत्री अजित पवार निर्णायकों में शामिल है। शुक्रवार को मनपा से संबंधित मामलों की समीक्षा बैठक के बाद फडणवीस ने पत्रकारों से चर्चा की। राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर विविध दलों में स्पर्धा है। महायुति के मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर विविध दावे किए जा रहे हैं। इसी से संबंिधत प्रश्न पर फडणवीस ने कहा-एकनाथ शिंदे अभी हमारे मुख्यमंत्री हैं। भावी मुख्यमंत्री कौन होगा इस संबंध में बोलने व निर्णय लेने का अधिकार मुझे नहीं है। महायुति के प्रमुख के नाते मुख्यमंत्री शिंदे व उपमुख्यमंत्री पवार के साथ भाजपा के पार्लियामेंट्री बोर्ड के पदाधिकारी चर्चा करेंगे। शिंदे व पवार निर्णायकों में शामिल हैं। इस संबंध में भी कुछ कह नहीं पाएंगे कि मुख्यमंत्री पद का निर्णय चुनाव के पहले या बाद में लेना चाहिए।

संवेदनशील, माफी मांगते हैं

छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने को लेकर बयानबाजियों पर उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि जो संवेदनशील होते हैं वे माफी मांगते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवेदनशील हैं इसलिए उन्होंने माफी मांगी है। मुंहजोरी करनेवाले किस तरह बोलते हैं यह राहुल गांधी के भाषण में दिखा है। मुंहजाेरी करनेवालों को प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता नहीं दिख रही है।

नागपुर के विकास कार्य जल्द पूरे होंगे

फडणवीस ने कहा कि नागपुर में विकास कार्यों को जल्द पूरा किया जाएगा। मनपा व नासुप्र से संबंधित जनसमस्याओं के निपटारे के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है। राज्य सरकार ने विविध कार्यों के लिए विकास निधि घोषित की है। विधानसभा चुनाव की आचार संहित लागू होने के पहले निधि जारी कर दी जाएगी। गणेशोत्सव में शांति कायम रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने तैयारी की है। सड़कों के गड्ढों को सुधारने का काम शुरु है।

महायुति में अभी कोई मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं, इस पर फैसला चुनाव बाद होगा- अजित पवार

विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाडी में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर विवाद चल ही रहा था, अब महायुति में भी मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर खींचतान देखने को मिल रही है। युति के तीनों ही दलों के नेता समय-समय पर कहते रहे हैं कि मुख्यमंत्री उनकी पार्टी का होगा, लेकिन अब राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं राकांपा (अजित) प्रमुख अजित पवार का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि महायुति में अभी कोई मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं है। इस पर फैसला चुनाव के बाद होगा। अजित के बयान पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि चुनाव बाद भाजपा, शिंदे और अजित गुट एक साथ बैठकर निर्णय लेंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा।

अजित पवार ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि महायुति में अभी कोई भी मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं है। पहले युति के तीनों दल राकांपा (अजित), शिवसेना (शिंदे) और भाजपा का मुख्य लक्ष्य बहुमत का आंकड़ा इकट्ठा करना है। उसके बाद मुख्यमंत्री के चेहरे पर विचार किया जाएगा। अजित ने कहा कि मुख्यमंत्री महायुति का ही होगा। यह राज्य की जनता ने फैसला कर लिया है। अजित के बयान पर राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारे बीच मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कोई भी बात नहीं हुई है। फिलहाल हमारे पास मुख्यमंत्री हैं, इसलिए इस पर कोई भी बात नहीं हो सकती। लेकिन चुनाव के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा, यह बताने का अधिकार मेरा नहीं है। भाजपा का संसदीय बोर्ड फैसला करेगा कि चुनाव के बाद बहुमत मिलने पर मुख्यमंत्री कौन होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव बाद भाजपा, शिंदे और अजित गुट एक साथ बैठकर निर्णय लेंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा।

महाआघाडी में जारी है सीएम फेस पर विवाद

इससे पहले महाआघाडी में भी मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर विवाद जारी है। कांग्रेस और राकांपा (शरद) शिवसेना (उद्धव) की मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करने की मांग को खारिज कर चुके हैं, लेकिन विवाद अभी भी कायम है। शुक्रवार को शिवसेना (उद्धव) विधायक आदित्य ठाकरे से शुक्रवार को जब मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारा चेहरा उद्धव ठाकरे हैं। लेकिन राज्य में सरकार महायुति की है, इसलिए उन्हें बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री का उनका चेहरा कौन है? कांग्रेस और शरद गुट की भूमिका पर आदित्य ने कहा कि हमारा मानना है कि चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ उतरते हैं तो इसका फायदा हो सकता है। इसलिए हमने अपनी मांग अपने सहयोगी दलों के सामने रखी है। आदित्य ने फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं इतना बता सकता हूं कि भाजपा के वरिष्ठ नेता नहीं चाहते हैं कि फडणवीस फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बनें।

Created On :   6 Sept 2024 4:41 PM GMT

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