आक्रोशित हुई जनता: भारत बंद का महाराष्ट्र में मिलाजुला असर , कहीं चक्काजाम , कहीं निकली रैली

  • कुछ जगह बाजार बंद, कोई अप्रिय घटना नहीं
  • शहर भर से निकली रैलियां , नारेबाजी
  • नागपुर के संविधान चौक पर रैली भव्य सभा में रुपांतरित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण और क्रीमिलेयर लागू करने के निर्णय के विरोध में बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया गया। बंद का नागपुर में मिलाजुला असर रहा। उत्तर नागपुर में कमाल चौक, इंदोरा चौक, भीम चौक, पंचशील नगर का बाजार पूरी तरह बंद रहा। सीताबर्डी का मुख्य बाजार भी दोपहर तक बंद रहा। दक्षिण नागपुर के कुछ हिस्सों में भी दोपहर तक कुछ बाजार बंद दिखे। उत्तर नागपुर से लगे मध्य नागपुर के कुछ हिस्सों में भी इसका असर देखा गया। वाडी का बाजार पूरी तरह बंद रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में बंद का व्यापक असर बताया गया। प्रतिष्ठानों ने भी सहयोग किया।

बंद के दौरान बाजारों में सख्ती नहीं की गई। इस दौरान शहर के अलग-अलग इलाकों से रैलियां निकालकर भारत बंद में शामिल होने का आवाहन किया गया। रैलियां निकालने के दौरान कुछ जगहों पर रास्ता और चक्का जाम की भी कोशिशें हुई। हालांकि पुलिस ने तुरंत ही स्थिति को नियंत्रित कर यातायात सुचारू किया। सभी ने अपने बैनर और झंडों को लेकर रैलियां निकाली और संविधान चौक पर पहुंचे। रैलियां संविधान चौक पर पहुंचने के बाद एक भव्य में तब्दील में हुई। शाम तक यह सिलसिला चलते रहा। जिसके बाद सभी संगठन और पार्टियों ने अपने-अपने बैनर तले जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर को राष्ट्रपति के नाम निवेदन सौंपकर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय रद्द करने की मांग की।

विदर्भ में मिलाजुला असर : वर्धा/यवतमाल/चंद्रपुर/गड़चिरोली/गोंदिया/भंडारा. जिलों में एससी, एसटी आरक्षण में क्रीमिलेयर लागू करने संबंधी, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में बुधवार, 21 अगस्त को गांेदिया छोड़ सभी जिलों में बंद मिलाजुला प्रतिसाद मिला। गोंदिया जिले में बंद को व्यापक प्रतिसाद मिला । यहां व्यवसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे। बाजार, स्कूल एवं महाविद्यालय, निजी कार्यालय पूरी तरह बंद रहे। बंद का असर इतना व्यापक रहा कि चाय-पान के साथ ही सब्जी तक के लिए आम लोग परेशान होते दिखाई पड़े।

Created On :   21 Aug 2024 8:50 PM IST

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