Nagpur News: 7 दिन में 28 हजार अंडे, 840 मुर्गे की खपत, मान्यवरों ने लिया सावजी भोजन का स्वाद

7 दिन में 28 हजार अंडे, 840 मुर्गे की खपत, मान्यवरों ने लिया सावजी भोजन का स्वाद
  • राज्य भर के विधायक और स्टाफ की खूब खातिरदारी
  • मान्यवरों ने लिया सावजी भोजन का स्वाद

Nagpur News : शनिवार को सप्ताह भर के विधानमंडल के शीतकालीन अधिवेशन का समापन हुआ। सप्ताह भर तक उपराजधानी में वीआईपी बंदोबस्त, राज्य सरकार की गहमागहमी के बाद प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली है। पिछले शुक्रवार से मान्यवरों के सत्कार के लिए प्रशासन के अलग-अलग विभाग जुटे हुए थे।

प्रशासन ने राहत की सांस ली

विधानभवन के साथ ही एमएलए होस्टल और रविभवन में सावजी मेनू के साथ झुनका भाकर और ठेचा के रूप में खाद्य सामग्री की व्यवस्था की गई थी, लेकिन गुलाबी ठंड के चलते 288 विधानसभा सदस्यों और 71 विधान परिषद सदस्यों के साथ ही स्टाफ और पीए को कोलकाता के गुड़ रसगुल्ला, गुलाब जामुन के साथ ही मांसाहारी भोजन की मांग रही। 7 दिनों में अकेले एमएलए होस्टल की कैंटीन में 28 हजार अंडे, 840 मुर्गे और 595 किलो मटन की खपत हुई है।

रोटी बनाने एमपी से आईं महिलाएं

एमएलए होस्टल परिसर में 386 कमरों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई गई है। इस होटल में विशेष रूप में नाश्ते में नागपुरी तर्री पोहा, पाटोड़ी और मांसाहार की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन करीब 120 मुर्गे, 85 किलो मटन और 4 हजार अंडे का स्वाद विधायकों और स्टाफ ने लिया है। 7 दिनों में 28 हजार अंडे, 840 मुर्गे और 595 किलो मटन की खपत हुई है। इस कैंटीन में 20 महिलाओं को सावजी भोजन तैयार करने और 20 महिलाओं को मध्यप्रदेश से रोटी बनाने के लिए लगाया गया था। ठंड में विधायकों और पीए समेत समर्थकों की मांग पर प्रतिदिन करीब 50 किलो मेथी लहसुन, सावजी तर्री वाली सब्जी, झुनका भाकर और हरी मिर्च का ठेचा भी परोसा गया।

रोजाना 2 हजार को भोजन

शीतकालीन अधिवेशन के दौरान विधायकों के लिए शाकाहारी और मांसाहारी भोजन की व्यवस्था की गई थी। दो ठेका एजेंसी को विधानमंडल समिति से निर्धारित दर पर विधायकों, स्टाफ और विजिटर्स के लिए भोजन व्यवस्था दी गई थी। प्रत्येक कैंटीन में प्रतिदिन 1 हजार शाकाहारी भोजन थाली और 500 मांसाहारी भोजन थाली की बिक्री हुई है। इसके अलावा विधायकों और मंत्रियों के लिए अलग से व्यवस्था वाली कैंटीन में भी 500 थाली प्रतिदिन बिक्री हुई है। इसके अलावा प्रत्येक कैंन्टीन में चाय और कॉफी के लिए 600 लीटर दूध की खपत रही है। विधानभवन परिसर में करीब 2 हजार लीटर संतरे, मौसमी और अनानास जूस की भी खपत हुई है।

शपथ-ग्रहण से बढ़ी मांग

उपराजधानी में शीतकालीन अधिवेशन से पहले मंत्री परिषद के शपथ ग्रहण के चलते खाद्य सामग्री की खपत बढ़ गई थी। अधिवेशन से एक दिन पहले रविवार 15 दिसंबर को समर्थकों की भीड़ जुट गई थी। ऐसे में एमएलए होस्टल परिसर की कैंटीन में करीब 7 हजार से अधिक लोगों को भोजन मुहैया कराया गया है। विशेष रूप में नाश्ते में नागपुरी तर्री पोहा, पाटोड़ी और मांसाहार की व्यवस्था के साथ चिकन, मटन, अंडा समेत साउथ इंडियन इडली दोसा, उपमा भी परोसा गया। इस कैंटीन में प्रतिदिन नाश्ते में 10 किलो हलवा के साथ प्रतिदिन के भोजन में 500 नग गुड़ रसगुल्ला और 500 नग गुलाब जामुन को परोसा गया। इसके साथ ही 1 हजार लीटर दूध से चाय, कॉफी के अलावा 200 लीटर तक जूस भी परोसा गया।

4 हजार लीटर बोतलबंद पानी

एमएलए होस्टल में 288 विधानसभा सदस्य और 71 विधान परिषद सदस्यों के कमरों में पीए, निजी स्टाफ और समर्थकों की भीड़ रही। पूरे अधिवेशन में प्रत्येक कमरे में न्यूनतम 5 से अधिकतम 15 लोगों की व्यवस्था करना पड़ा है। ऐसे में बोतलबंद पानी की खपत भी बढ़ी है। एमएलए होस्टल कैंटीन से प्रतिदिन 2 हजार बड़ी बोतल और 2 हजार छोटी बोतल की खपत हुई है।

Created On :   22 Dec 2024 8:54 PM IST

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