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राज्य के जलाशयों में जलभंडारण 19 प्रतिशत कम, औरंगाबाद विभाग में जलाशयों का पानी घटकर हुआ आधा
- जलाशयों में जलभंडारण 19 प्रतिशत कम
- औरंगाबाद विभाग में जलाशयों का पानी घटा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बारिश की बेरुखी के कारण राज्य के जलाशयों में पिछले साल की तुलना में फिलहाल 19 प्रतिशत कम पानी है। बारिश न होने के कारण राज्य भर के 2994 जलाशयों में 61.90 प्रतिशत पानी है। जबकि पिछले साल 80.90 प्रतिशत पानी था। यानी बीते साल की तुलना में अभी 19 प्रतिशत पानी कम है। गुरुवार को राज्य सरकार जलसंसाधन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि राज्य के 2994 जलाशयों में 32609.73 दलघमी (दस लाख घन मीटर) पानी है। जिसमें से 25058.58 दलघमी पानी इस्तेमाल करने योग्य है। अधिकारी के मुताबिक बीते साल अच्छी बारिश के कारण 17 अगस्त तक लगभग 20 जलाशय लबालब यानी 100 प्रतिशत पानी भर गए थे। मगर इस बार अभी तक सिर्फ 4 जलाशयों में 100 प्रतिशत पानी उपलब्ध है।
औरंगाबाद विभाग में 40.98 प्रतिशत कम हुआ पानी
राज्य भर में सबसे भीषण जलसंकट की स्थिति औरंगाबाद विभाग में पैदा हो सकती है। औरंगाबाद विभाग 920 जलाशयों में महज 31.65 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। जबकि बीते साल औरंगाबाद विभाग में 72.63 प्रतिशत जलसंचय था। इससे औरंगाबाद विभाग में पिछले साल के मुकाबले अभी 40.98 प्रतिशत पानी कम है। नागपुर विभाग के 383 जलाशयों में पिछले साल के 76.06 प्रतिशत के मुकाबले अभी 70.47 प्रतिशत पानी है। अमरावती विभाग के 261 जलाशयों में 66.57 प्रतिशत पानी है। जबकि पिछले साल 85.09 प्रतिशत पानी था। नाशिक विभाग के 537 जलाशयों में 57.16 प्रतिशत जलभंडार है। बीते साल नाशिक विभाग में 75.26 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। पुणे विभाग के 720 जलाशयों में 68.26 प्रतिशत जलभंडार है। जबकि पिछले साल इस विभाग में 85.86 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। कोंकण विभाग के 173 जलाशयों में 87.25 प्रतिशत पानी का भंडार है। जबकि बीते साल कोंकण विभाग में 87.55 प्रतिशत पानी उपलब्ध था।
विभागवार जलाशयों में पानी की स्थिति
विभाग जलाशय पिछले साल की स्थिति पानी की वर्तमान स्थिति
नागपुर 383 76.06 प्रतिशत 70.47 प्रतिशत
अमरावती 261 85.09 प्रतिशत 66.57 प्रतिशत
औरंगाबाद 920 72.63 प्रतिशत 31.65 प्रतिशत
नाशिक 537 75.26 प्रतिशत 57.16 प्रतिशत
पुणे 720 85.86 प्रतिशत 68.26 प्रतिशत
कोंकण 173 87.55 प्रतिशत 87.25 प्रतिशत
कुल 2994 80.90 प्रतिशत 61.90 प्रतिशत
राज्य में बारिश की नितांत जरूरत है
अजित पवार, उपमुख्यमंत्री के मुताबिक पिछले दमदार मानसून के कारण गन्ना, कपास, सोयाबीन सहित अन्य फसलों का उत्पादन बेहतर हुआ था। पिछले साल अभी तक कई जलाशय 100 प्रतिशत भर गए थे। लेकिन अहमदनगर और जलगांव के कई जलाशय केवल 80 प्रतिशत तक भर पाए हैं। पर राज्य के कई जलाशयों में अब भी कम पानी है। राज्य में बारिश की नितांत आवश्यकता है।
Created On :   18 Aug 2023 1:15 AM IST