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चंद्रपुर-गड़चिरोली के टाइगर बढ़ाएंगे नवेगांव-नागझिरा अभयारण्य की शान
- जल्द ही अभयारण्य में लाई जाएगी दो बाघिन
- टाइगर बढ़ाएंगे नवेगांव-नागझिरा अभयारण्य की शान
- दो बाघिनों को वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार की उपस्थिति में छोड़ा जाएगा
डिजिटल डेस्क, गोंदिया/भंडारा। नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व बाघों के लिए जन्नत बनता जा रहा है। पहले से ही यहां 11 बाघ मौजूद हैं और अब फिर से चंद्रपुर-गड़चिरोली जंगलाें से दो बाघिनों को इस टाइगर रिजर्व में छोड़ने का निर्णय लिया गया है। दो बाघिनों के आने के बाद नवेगांव-नागझिरा अभयारण्य में बाघों की संख्या 13 पर पहुंच जाएगी।
नवेगांव – नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में दो बाघिनों को वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार की उपस्थिति में छोड़ा जाएगा। वर्तमान में अभयारण्य में कुल नौ बाघ तथा दो बाघिन, कुल 11 बाघ हैं। बाघों में संतुलन बनाए रखने के लिए वन्यप्रेमियों की मांग पर 20 मई को दो बाघिनों को निलय विश्रामगृह के सामने छोड़ा जाएगा। इसके आनेवाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखी जाएगी।
नवेगांव–नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में बाघ, तेंदुआ, हिरण,जंगली सुअर, नीलगाय नजर आते हैं। प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक वन्यजीवों को देखने के अभयारण्य पहुंचते हैं, लेकिन पर्यटकों का झुकाव बाघों को देखने के प्रति अधिक रहता है। वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने नवेगांव – नागझिरा अभयारण्य में दो बाघिनों को छोड़ने का निर्णय लिया है।
इस अभयारण्य में ब्लैक लेपर्ड भी पाया गया है, जो बहुत ही दुर्लभ प्रजाति में आता है। प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में बाघों के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से पर्यटक पहुंंचते हैं।
चंद्रपुर व गड़चिरोली जिले से दो बाघिनों को सुरक्षित पकड़ने की योजना तैयार की गई। जिस पर भारतीय वन्यजीव संस्था देहरादून की विशेष टीम की निगरानी में गड़चिरोली-चंद्रपुर के जंगला बाघिनों को सुरक्षित पकड़ा गया है।
इन दोनों बाघिनों को नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व में अधिवास के लिए छोड़ा जाएगा। इस संदर्भ में जब नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व के अधिकारियों से संपर्क कर जानकारी ली गई, तो बताया गया कि जल्द ही इस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। जिसकी अधिकृत जानकारी दी जाएगी।
Created On :   18 May 2023 7:01 PM IST