बड़ी कामयाबी: मुंबई यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कम तापमान पर नाइट्राइड सेमीकंडक्टर की खोजी तकनीक

मुंबई यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कम तापमान पर नाइट्राइड सेमीकंडक्टर की खोजी तकनीक
  • मुंबई विश्वविद्यालय के शोध छात्रों को मिली बड़ी कामयाबी
  • शोध छात्रों ने सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की
  • नई दिल्ली में डॉ इटनकर बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवार्ड से सम्मानित

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विश्वविद्यालय के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के शोध छात्रों ने सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है। डॉ सुहास जेजुरीकर के मार्गदर्शन में पीएचडी कर रहे विद्यार्थियों संदीप हिंगे, वैभव कदम, ताहिर राजगोली, अक्षय परब ने ऐसा उपकरण विकसित किया है जिससे नाइट्राइड सेमीकंडक्टर आसानी से बनाया जा सकेगा। फिलहाल सेमीकंडक्टर बनाने के लिए बेहद उच्च तापमान की जरूरत होती है लेकिन नई तकनीक से इसे सामान्य तापमान पर भी बनाया जा सकता है। इससे नाइट्राइड सेमीकंडक्टर बनाने का खर्च भी बेहद कम हो जाएगा। डॉ जेजुरीकर ने बताया कि सेमीकंडक्टर के मामले में फिलहाल हम ताइवान और चीन जैसे देशों पर निर्भर हैं जबकि रोजमर्रा के जीवन में सेमीकंडक्टर बेहद अहम हो गया है। कंप्यूटर, माइक्रोप्रोसेसर, मोबाइल फोन, वाहनो के साथ कई चिकित्सा उपकरणों, रिन्यूएबल एनर्जी सिस्टम और संचार नेटवर्क के लिए सेमीकंडक्टर की जरूरत होती है।

नाइट्राइड सेमीकंडक्टर विशिष्ट चिप निर्माण का एक महत्वपूर्ण घटक है जिसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर पावर इलेक्ट्रॉनिक, प्रकाश उत्सर्जन, दूरसंचार, संदेश भेजने, ऑटोमोटिव उद्योग, अंतरिक्ष, परमाणु आदि में किया जाता है। नाइट्राइड सेमीकंडक्टर के निर्माण के लिए बेहद मंहगे उपकरणों के साथ कुशल पेशेवरों की भी जरूरत होती है जिससे पूरी प्रक्रिया मंहगी और चुनौतीपूर्ण हो जाती है। इसीलिए मुंबई विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की खोज बेहद अहम है क्योंकि इसकी मदद से सामान्य तापमान पर आसानी से सेमीकंडक्टर का निर्माण किया जा सकता है। डॉ जेजुरीकर ने कहा कि हम इस तकनीक से बने सेमीकंडक्टर सामान्य उपकरणों में करने से जुड़े परीक्षण कर रहे हैं। इस खोज को लेकर हम जल्द ही उद्योगों से भी बातचीत करेंगे देश में सेमीकंडक्टर के निर्माण की आसान प्रक्रिया शुरू हो सके। शोध को भारतीय बौद्धिक संपदा अधिकार के लिए भेजा गया है। डॉ जेजुरीकर को भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से प्रतिष्ठित टेक्नॉलॉजी ट्रांसलेशन अवार्ड (टेट्रा) से भी सम्मानित किया जा चुका है। शोध टीम फिलहाल तैयार नाइट्राइड सेमीकंडक्टर के विनिर्माण क्षमता का परीक्षण कर रही है। उन्हें उम्मीद है कि तैयार किया गया उपकरण नाइट्राइड सेमीकंडक्टर सामग्री निर्माण के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है।

डॉ इटनकर बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवार्ड से सम्मानित

उधर नई दिल्ली राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को नागपुर के जिला चुनाव अधिकारी डॉ विपिन इटनकर को मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी के लिए बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवार्ड से सम्मानित किया। भारत के निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन प्रक्रियाओं के संचालन में बेहतर कार्य करने वाले देशभर के कुछ चुनिंदा चुनाव अधिकारियों को बीते 17 जनवरी को बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवार्ड 2023 घोषित किए थे। आज यहां आयोजित एक समारोह में चुनाव आयोग की ओर से पुरस्कार प्रदान किए गए। इस अवसर पर केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे और अरुण गोयल उपस्थित थे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए पूरे देश से चयनित 13 अधिकारियों को पुरस्कार से नवाजा गया। बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवार्ड प्राप्त होने पर खुशी जाहिर करते हुए डॉ इटनकर ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा कार्यान्वित बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस में नागपुर में मिशन युवा अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया गया और आठ महीनों में 88 हजार से अधिक नए युवा (17-19 आयु वर्ग) मतदाताओं को पंजीकृत किया गया। उन्होंने आगे कहा कि मिशन युवा के माध्यम से नागपुर जिले में उनकी पूरी टीम द्वारा मतदाता सूची और चुनाव को लेकर जो मेहनत की थी उसी का यह फल है।

Created On :   25 Jan 2024 10:40 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story