Mumbai News: फर्जी नक्शा बनाने के मामले में 18 सरकारी कर्मियों को एसआईटी का समन

फर्जी नक्शा बनाने के मामले में 18 सरकारी कर्मियों को एसआईटी का समन
  • सीआरजेड में धोखाधड़ी का मामला
  • पहले ही चार आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार

Mumbai News. मढ आइलैंड, वर्सोवा समेत अन्य कई क्षेत्रों के कोस्टल रेग्यूलेशन जोन (सीआरजेड) के सरकारी नक्शे में फर्जीवाड़ा कर धोखाधड़ी करने के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी जांच तेज कर दी है। इस मामले में पहले ही चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। जबकि अब एसआईटी ने 18 सरकारी कर्मचारियों को समन जारी किया है। इस समन में अधिकारियों को पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा गया है। इन कर्मचारियों से पूछताछ में एसआईटी जानकारियां इकट्ठा करेगी और आनेवाले दिनों में इसमें कुछ और गिरफ्तारियां देखने को मिल सकती हैं। एसआईटी की अब तक की जांच में सामने आया है कि भू-अभिलेख विभाग के 1967 के मूल नक्शे का फर्जी नक्शा बनाकर मढ के नो-डेवलपमेंट जोन, सीआरजेड समेत अन्य नियमों का उल्लंघन कर नए निर्माण को मंजूरी दी गई थी। इस घोटाले में दलाल, सरकारी कर्मचारी और ठेकेदारों की मिलीभगत सामने आई थी।

इस मिलीभगत से सीआरजेड और एनडीजेड क्षेत्रों को विकास क्षेत्रों के रूप में वर्गीकृत करके सरकारी रिकॉर्ड को ही बदल दिया गया। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, जिन क्षेत्रों में नक्शे को बदलकर नए निर्माण किये गए, वहां किसी भी निर्माण की अनुमति नहीं थी। मढ में इन स्थानों पर बंगले बने हैं, जिन्हें शूटिंग और अन्य कार्यक्रमों के लिए किराए पर देकर कमाई की जा रही है। आरोपियों ने नक्शे में सर्वे नंबर, गैर-मौजूद संरचनाओं और परिवर्तित सीमाओं जैसे फर्जी विवरण शामिल करके सरकारी अधिकारियों की मदद से 102 संपत्तियों के रिकॉर्ड में हेरफेर किया है। इस घोटाले में अब तक चार अलग-अलग मामले दर्ज किये गए हैं। जिसमें से तीन गोरेगांव पुलिस स्टेशन में, जबकि एक खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन में। कोई कार्रवाई न होने से मामला बॉम्बे हाई कोर्ट पहुंचा था। इसको गंभीरता से लेते हुए कोर्ट ने मुंबई पुलिस को पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया था।

Created On :   6 Jan 2025 10:01 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story