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Mumbai News: सिकल सेल मुक्त करने चलाया गया स्वास्थ्य जांच अभियान, चौथे पायदान पर महाराष्ट्र
- सिकल सेल में चौथे पायदान पर महाराष्ट्र
- मुक्त करने चलाया गया स्वास्थ्य जांच अभियान
Mumbai News : आजादी के शताब्दी वर्ष यानी 2047 तक देश को सिकल सेल से मुक्त करने का लक्ष्य केंद्र सरकार ने रखा है। इसी के तहत 17 राज्यों में सिकल सेल को लेकर स्क्रीनिंग अभियान चलाया गया। इस जांच अभियान में प्रदेश चौथे पायदान पर पाया गया। जबकि पहले नंबर पर ओडिशा, दूसरे पर छत्तीसगढ़ और तीसरे पर मध्यप्रदेश राज्य है। प्रदेश में बीते डेढ़ वर्षों में 49,91,803 लोगों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की गई। इस स्क्रीनिंग में 19,296 मरीज पाए गए। प्रदेश के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय में सिकल सेल के प्रभारी डॉ. महेंद्र केंद्रे ने बताया कि सिकल सेल का पता लगाने, प्रबंधन और रोकथाम के लिए नए राष्ट्रीय मिशन के तहत 2023 से 24 नवंबर 2024के बीच राज्य के आदिवासी बहुल22 जिलों में स्क्रीनिंग अभियान चलाया गया था।
संदिग्ध मरीजों की हुई टेस्टिंग
डॉ. केंद्रे ने बताया कि 0 से 40 आयु वर्गों की स्क्रीनिंगकी गई। इसके दौरान हेल्थकेयर वर्कर्स को कोई संदिग्ध मरीज मिलता है तो वह उन रोगियों की सूची बनाते हैं। इस सूची के आधार पर इन संदिग्ध रोगियों कापरीक्षण किया जाता है।
नेशनल अलायन्स ऑफ सिकल सेल आर्गेनाईजेशन (नेस्को), भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आई.सी. एम. आर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोहेमेटोलॉजी (एनआईआईएच) के संयुक्त तत्वावधान में हुए परिषद में विवाह से पहले जोड़ों कीरक्तजांच पर जोर दिया गया।
क्या है सिकल सेल
सिकल सेल एक आनुवंशिक रक्त रोग है। जो देश की आदिवासी आबादी में आम है।लेकिन गैर-आदिवासियों में भी इसके मामले पाए जाते हैं। यह न केवल एनीमिया का कारण बनता है, बल्कि रोगी के फेफड़े, हृदय, गुर्दे, आंखों, हड्डियों और मस्तिष्क जैसे कई अंगों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
Created On :   9 Dec 2024 10:14 PM IST