धारावी: देवनार में लेदर पार्क बनाने सिकॉम करेगा मूल्यांकन, चमड़ा कारखानों को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव

देवनार में लेदर पार्क बनाने सिकॉम करेगा मूल्यांकन, चमड़ा कारखानों को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव
  • रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य मंत्रिमंडल से मिलेगी अंतिम मंजूरी
  • एक मंजिल पर बनेगा लेदर मॉल, मिलेंगे चमड़े के बेल्ट, बैग और जूते-चप्पल
  • ‘एक जिला, एक उत्पाद’ परिकल्पना के तहत प्रत्येक जिले में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा

डिजिटल डेस्क, मुंबई, अमित कुमार। मुंबई के देवनार में लेदर पार्क बनाने के लिए लिडकॉम की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) का अब राज्य औद्योगिक एवं निवेश महामंडल (सिकॉम) मूल्यांकन करेगा। प्रदेश के संत रोहिदास चर्मोद्योग व चर्मकार विकास महामंडल (लिडकॉम) ने परियोजना का डीपीआर बनाया है। सिकॉम की रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य का सामाजिक व न्याय विभाग परियोजना की अंतिम मंजूरी के लिए मंत्रिमंडल के सामने प्रस्ताव रखेगा। प्रस्तावित 17 मंजिला पार्क की एक मंजिल में लेदर मॉल भी खुलेगा, जिसमें चमड़े के बेल्ट, बैग, जूता-चप्पल आदि उत्पाद मिलेंगे। लिडकॉम के प्रबंध निदेशक धम्मज्योति गजभिये ने ‘दैनिक भास्कर' को बताया कि सरकार ने परियोजना के तकनीकी आकलन के लिए सिकॉम को नियुक्त कर दिया है। इस परियोजना पर 182 करोड़ 75 लाख रुपए खर्च का अनुमान है। 2 एकड़ क्षेत्र में लेदर पार्क बनाया जाएगा। सरकार की मंजूरी के बाद दो साल में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। गजभिये ने कहा कि प्रदेश के उद्योग विभाग की ‘एक जिला, एक उत्पाद’ परिकल्पना के आधार पर प्रत्येक जिले में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी के तहत मुंबई को लेदर उत्पाद के लिए चिन्हित किया गया है। देवनार में प्रस्तावित लेदर पार्क सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। गजभिये ने कहा कि धारावी में पुनर्वसन परियोजना शुरू होने वाली है। वहां के लगभग 150 चमड़ा कारखानों का पुनर्वसन देवनार के लेदर पार्क में हो सकेगा। लेदर पार्क में 150 वर्क शॉप होंगे, जिनमें कारीगर विभिन्न उत्पाद बनाएंगे। कारीगरों को कौशल विकास का प्रशिक्षण मुफ्त में दिया जाएगा।

सरकार देगी अनुदान, किफायती दर पर मिलेगी दुकान

धारावी के चर्मकार समाज के कारीगरों को दुकानें किफायती दर पर मिलेंगी। इसके लिए सरकार अनुदान देगी। एक मंजिल पर डेढ़ सौ शोरूम होंगे, जिनमें जूता-चप्पल के नामचीन ब्रांड की दुकानें होंगी। इसी पार्क में लिडकॉम का मुख्यालय भी होगा।

गजभिये ने बताया कि लेदर पार्क के लिए पुणे की एक निजी कंपनी ने टेक्नो इकोनॉमिक फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर ली है। कंपनी ने मुंबई के काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट, चेन्नई के केंद्रीय चमड़ा अनुसंधान संस्थान और आगरा के केंद्रीय फुटवियर प्रशिक्षण संस्थान के प्रतिनिधियों के साथ धारावी और मुंबई में प्रत्यक्ष भौतिक सर्वेक्षण किया है। इससे पहले 27 फरवरी, 2024 को उपमुख्यमंत्री तथा वित्त मंत्री अजित पवार ने अंतरिम बजट में देवनार में लेदर पार्क बनाने की घोषणा की थी।

दीपावली के बाद करेंगे आंदोलन

संजय खामकर, प्रदेश अध्यक्ष-चर्मकार विकास संघ के मुताबिक महाराष्ट्र समेत पूरे देश में चमड़ा उद्योग की पहचान धारावी से है। हम लोग किसी भी कीमत पर धारावी को नहीं छोड़ेंगे। क्योंकि धारावी से हटने पर चमड़ा व्यवसाय से जुड़े लगभग 10 हजार कारीगर प्रभावित होंगे। इसलिए दीपावली के बाद आजाद मैदान में आंदोलन किया जाएगा। हम धारावी पुनर्वसन परियोजना अडाणी समूह को देने का विरोध कर रहे हैं।

वर्क शॉप के लिए लॉटरी निकालने की नौबत आ जाएगी

धम्मज्योति गजभिये, प्रबंध निदेशक-लिडकॉम के मुताबिक लेदर पार्क केवल धारावी के चमड़ा कारीगरों के लिए नहीं बनाया जा रहा है। इस पार्क में धारावी के कारीगरों को व्यवसाय के लिए एक अतिरिक्त विकल्प मिलेगा। इसलिए परियोजना के लिए धारावी के कारीगरों की स्वीकृति लेने का सवाल ही नहीं है। मुझे विश्वास है कि लेदर पार्क तैयार होने के बाद इसका लाभ धारावी के कारीगर में उठाएंगे। धारावी के कारीगरों को लेदर पार्क में वर्क शॉप देने के लिए लॉटरी निकालने की नौबत भी आ सकती है।

लेदर पार्क की विशेषताएं

- 17 मंजिला लेदर पार्क की मुख्य इमारत

- शो रूम

- पॉर्किंग सुविधा

- कॉमन फैसिलिटी सेंटर

- सेमिनार हॉल

- निर्यात सुविधा केंद्र

- प्रशिक्षण केंद्र

- प्लग एंड प्ले सुविधा

- प्रयोगशाला


Created On :   6 Sept 2024 8:03 PM IST

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