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वोट: साधन संपन्न मुंबईकर मतदान को लेकर रहते हैं उदासीन, नक्सल इलाकों से भी कम मतदान
- महानगर में होता है नक्सल प्रभावित और दूरदराज के इलाकों से भी कम मतदान
- अब धीरे-धीरे सुधर रहा मतदान का प्रतिशत
डिजिटल डेस्क, मुंबई, दुष्यंत मिश्र। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के पढ़े लिखे और धनाढ्य मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा लोकतंत्र के पर्व में शामिल होने से परहेज करता है। आंकड़े बताते हैं कि मायानगरी मुंबई में कुल दर्ज मतदाताओं में से आधे ही सरकार चुनने में अपनी भूमिका निभाते हैं। जबकि गडचिरोली, गोंदिया जैसे नक्सल प्रभावित-दूरदराज के इलाकों में खतरों के बावजूद बड़ी संख्या में लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते हैं। मतदान के राष्ट्रीय औसत से महाराष्ट्र में 8 फीसदी कम मतदान होता है। दक्षिण मुंबई लोकसभा क्षेत्र में 2019 के लोकसभा चुनावों में 53.1 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। कम मतदान के मामले में यह चौथे नंबर पर था। जबकि मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र दूसरे नंबर पर था जहां 50.3 फीसदी मतदाता ही वोट डालने निकले। यही हाल मुंबई के दूसरे इलाकों का भी रहा। पिछले लोकसभा चुनावों के दौरान मुंबई उत्तर मध्य सीट पर 56.7, मुंबई दक्षिण मध्य सीट पर 58.4 जबकि मुंबई उत्तर पूर्व सीट पर 60.3 फीसदी मतदान हुआ था। उत्तर मुंबई सीट पर सबसे ज्यादा 64.1 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। कुछ इसी तरह की स्थिति 2014 के लोकसभा चुनावों में भी थी जहां मुंबई उत्तर मध्य सीट पर सिर्फ 48.6 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले थे और यह राज्य की दूसरी सीट थी जहां सबसे कम मतदान हुआ था जबकि मुंबई उत्तर पश्चिम सीट 50.4 फीसदी मतदान के साथ इस सूची में तीसरे नंबर पर था। दक्षिण मुंबई में भी सिर्फ 52.5 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
धीरे-धीरे बढ़ रही है जागरूकता
मुंबई में मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले भले ही अब भी बेहद कम है, पर लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों का असर धीरे धीरे ही सही नजर आने लगा है। 1999 के लोकसभा चुनावों में मुंबई की सभी सीटों पर औसत 44.85 फीसदी मतदान हुआ था जो 2019 के चुनाव में बढ़कर औसत 57.15 फीसदी तक पहुंच गया। मुंबई के महाविद्यालयों में खासतौर पर नए मतदाताओं को अपने अधिकार का इस्तेमाल करने की मुहिम चलाई जा रही है। मुंबई विश्वविद्यालय के साथ श्रीमती नाथीबाई दामोदर ठाकरसी महिला विश्वविद्यालय की छात्राएं चुनाव आयोग के साथ मिल कर इसमें सक्रिय सहयोग दे रहीं हैं। इसके तहत ज्यादातर महाविद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मतदाता बनने और अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
लोकसभा चुनावों में कब कितने फीसदी मतदान
सीट | 2019 | 2014 | 2009 | 2004 | 1999 |
दक्षिण मुंबई | 53.1 | 52.5 | 40.4 | 44.2 | 42.1 |
मुंबई उत्तर पश्चिम | 50.3 | 50.4 | 44.4 | 49.3 | 46.0 |
मुंबई उत्तर मध्य | 56.7 | 48.6 | 39.5 | 46.1 | 46.0 |
मुंबई दक्षिण मध्य | 58.4 | 53.1 | 39.5 | 49.7 | 45.4 |
मुंबई उत्तर पूर्व | 60.3 | 51.7 | 42.5 | 46.9 | 46.7 |
मुंबई उत्तर | 64.1 | 53.1 | 42.6 | 47.1 | 42.9 |
इनका कहना है…….
विपीन कुमार ईटनकर, जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक नागपुर में नए मतदाओं की संख्या बढ़ी है। फर्जी मतदाता की पडताल की जा रही है। हमारा लक्ष्य है कि इस बार 75 प्रतिशत तक मतदान हो। इस दिशा में प्रशासन काम कर रहा है।
2019 लोकसभा | मतदान प्रतिशत |
दक्षिण मुंबई | 53.1 % |
गडचिरोली | 75.26 % |
Created On :   10 April 2024 6:51 PM IST