आरोप: मराठा आरक्षण के मुद्दे पर प्रियंका चतुर्वेदी को संसद में बोलने का मौका नहीं दिया

मराठा आरक्षण के मुद्दे पर प्रियंका चतुर्वेदी को संसद में बोलने का मौका नहीं दिया
  • मराठा आरक्षण के मुद्दे पर उन्हें संसद में बोलने का मौका नहीं दिया
  • राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी का आरोप

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. शिवसेना (उबाठा) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि सोमवार को वह संसद में मराठा आरक्षण के मुद्दे को उठाना चाहती थी, लेकिन महाराष्ट्र के इस ज्वलंत मुद्दे पर मुझे संसद में बोलने का मौका नहीं दिया गया। सांसद चतुर्वेदी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि मराठा आरक्षण मुद्दे को शून्यकाल के दौरान उठाए जाने के लिए सूचीबद्ध भी किया गया। बावजूद इसके मुझे इसे राज्य का विषय होने का हवाला देते हुए उठाने की अनुमति नहीं दी गई। चतुर्वेदी ने कहा कि राज्य में मराठा आरक्षण के मुद्दे को लेकर जो स्थिति बनी हुई है उसके समाधान के लिए संवैधानिक संशोधन ही एकमात्र उपाय है। आरक्षण पर 50 प्रतिशत की लगी कैप हटाया जाना आवश्यक है और यह संविधान संशोधन से ही संभव है। यह महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने पर ही राज्य के मराठा और धनगर समुदाय के व्यापक और समावेशी आरक्षण मुद्दे का समाधान हो सकता है।

Created On :   4 Dec 2023 8:36 PM IST

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