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विकास: बीकेसी में दौड़ेगी पॉड टैक्सी, अंडरग्राउंड सफर में मोबाइल- इंटरनेट नेटवर्क नहीं होगा गुल
- बांद्रा स्टेशन से कुर्ला स्टेशन से मिलेगी कनेक्टिविटी
- रोजाना बीकेसी आने वाले लाखों लोगों का सफर होगा आसान
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बिजनेस हब में से एक बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में होने वाली ट्रैफिक की समस्या से लोगों को भविष्य में राहत मिलेगी। राज्य सरकार बीकेसी में पॉड टैक्सी का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करेगी। जिसे बांद्रा रेलवे स्टेशन और कुर्ला रेलवे स्टेशन के बीच कनेक्टिविटी दी जाएगी। पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट से उन लोगों का सफर सुहाना होगा जो रोजाना रेलवे स्टेशन से बीकेसी स्थित कार्यालय जाते हैं। एमएमआरडीए की योजना के अनुसार बीकेसी में पॉड टैक्सी का मार्ग 8.8 किमी के दायरे में फैला होगा। पोड टैक्सी के लिए बांद्रा स्टेशन और कुर्ला स्टेशन के पास टर्मिनस बनाया जायेगा। जो दोनों रेलवे स्टेशन से बीकेसी को जोड़ेगा। योजना के अनुसार 8.8 किमी के मार्ग पर कुल 38 स्टेशन होंगे जो कई कॉर्पोरेट कंपनियों के कार्यालय से कनेक्ट किये जायेंगे। 40 किमी प्रति घंटा की स्पीड से चलने वाली पोड टैक्सी में 6 लोगों की बैठने की क्षमता होगी। बांद्रा स्टेशन से शुरू होने वाला पोड टैक्सी का कॉरिडोर कला नगर , बीकेसी 'ई' ब्लॉक से होते हुए बीकेसी जी ब्लॉक के दायरे में फैला हुआ होगा। इस प्रोजेक्ट को पीपीपी मॉडल पर तैयार किया जायेगा।
पोड टैक्सी कॉरिडोर : 8.8 किमी लंबा
स्टेशन : 38
स्पीड : 40 किमी प्रति घंटा
क्षमता : 6 यात्री
क्या है पोड टैक्सी
पॉड टैक्सी ऐसी इलेक्ट्रिक कार होती है जो बिना ड्राइवर के चलती हैं। देखने में बेहद ही सुंदर ये कारें कुछ यात्रियों को बैठा कर बहुत तेज गति से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए डिजाइन की जाती हैं। पॉड टैक्सी में मात्र एक छोटा का डिब्बा नुमा कोच होता है। यह इलेक्ट्रिक वाहन स्टील के ट्रैक पर चलती है। पोडटैक्सी दुनिया के 18 देशों में शुरू की गई थी। हालांकि मौजूदा समय में यह सिर्फ 5 देशों में संचालित हो रही है।
अंडरग्राउंड सफर में मोबाइल, इंटरनेट नेटवर्क नहीं होगा गुल- एमएमआरसीएल ने किया ठेका कंपनी से करारा
इसके अलावा कोलाबा बांद्रा सीप्ज के बीच तैयार हो रही 33.5 किमी लंबी अंडर ग्राउंड मेट्रो कॉरिडोर जब यात्री सेवा में शामिल होगी तब इस कॉरिडोर से सफर करने वाले यात्रियों को मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट से संबंधित तकनीकी दिक्कतों का सामना नहीं करना होगा। मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सुविधा प्रदान करने के लिए सऊदी अरबिया की कंपनी एसीईएस को ठेका दिया है। इससे प्रोजेक्ट से सम्बंधित करार नामे पर एमएमआरसीए ने हस्ताक्षर किया है। यह हस्ताक्षर सऊदी अरब के रियाद शहर में हुए एक कार्यक्रम किया गया। जिस कंपनी को ठेका दिया गया है उस कंपनी से मेट्रो प्रशासन को गैर यात्री किराया राजस्व के अंतर्गत 9 वर्षों में 274 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होगा।
मुंबई मेट्रो-3 कॉरिडोर पूरी तरह से अंडरग्राउंड है। इस कॉरिडोर पर स्टेशन का कॉनकोर्स लेवल जमीनी स्तर से 10.14 मीटर तो वहीँ प्लेटफॉर्म जमीनी स्तर से 18-20 मीटर नीचे होगा। इसलिए अंडरग्राउंड कॉरिडोर पर मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा उपलब्ध करना इस परियोजना का हिस्सा है। यात्रियों को मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट की दिक्कत सफर के दौरान न हो इसलिए मुंबई मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड ने जिओ , वोडाफोन ,एयरटेल जैसे इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनियों से सेल्युलर कवरेज उपलब्ध करने की योजना भी तैयार की है। इन इन बिल्डिंग सॉल्यूशन्स के माध्यम से अंडरग्राउंड कॉरिडोर के स्टेशन और टनल में एंटीना और रिपीटर्स लगाए जाएंगे।
अश्विनी भिड़े , व्यवस्थापकीय संचालक , एमएमआरसीएल के मुताबिक हमें मुंबई मेट्रो रूट-3 पर दूरसंचार बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने के लिए एसीईएस इंडिया कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए खुशी हो रही है। इससे अब मेट्रो-3 यात्रा के दौरान निर्बाध मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध होंगी। ACES वैश्विक अनुभव वाली एक अग्रणी अंतरराष्ट्रीय तटस्थ डिजिटल बुनियादी ढांचा कंपनी है। यह साझेदारी हर साल मेट्रो-3 के 625 मिलियन से अधिक यात्रियों को डिजिटल अनुभव प्रदान करने में सहायक होगी
Created On :   5 March 2024 4:19 PM GMT