अब पूरी तरह से डिजिटल होगा विधान मंडल का कामकाज, दोनों सदनों में दिए विधायकों के भाषण पढ़ सकेंगे लोग

अब पूरी तरह से डिजिटल होगा विधान मंडल का कामकाज, दोनों सदनों में दिए विधायकों के भाषण पढ़ सकेंगे लोग
  • डिजिटल होगा विधान मंडल का कामकाज
  • दोनों सदनों में विधायकों के भाषण पढ़ सकेंगे लोग
  • सभी दस्तावेजों का डिजिटलाइजेशन किया जाएगा

डिजिटल डेस्क, मुंबई, अमित कुमार। महाराष्ट्र विधान मंडल अब पूरी तरह से डिजिटल बनेगा। इसके तहत विधान मंडल सचिवालय के कामकाज और विधानसभा और विधान परिषद यानी दोनों सदनों की कार्यवाही से जुड़े सभी दस्तावेजों का डिजिटलाइजेशन किया जाएगा। इससे दोनों सदनों की कार्यवाही की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध होगी। साथ ही विधान मंडल सचिवालय में ई-ऑफिस प्रणाली लागू की जाएगी। प्रक्रिया पूरी होने के बाद आम लोग दोनों सदनों में विधायकों के भाषण पढ़ सकेंगे।

फिलहाल केवल प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण सहित अन्य संसदीय कार्यवाही के लिए ऑनलाइन प्रणाली लागू है। 17 जुलाई से शुरु होने वाले विधान मंडल के मानसून अधिवेशन में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर संभवतः डिजिटल व्यवस्था को लागू करने के बारे में सदन में घोषणा कर सकते हैं। विधान मंडल सचिवालय के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि विधान मंडल के कामकाज का डिजिटलाइजेशन करने के लिए राज्य सरकार से विशेष मंजूरी ली गई है। पर अभी डिजिटलाइजेशन व्यवस्था लागू करने का प्रस्ताव टेंडर प्रक्रिया में है।

4 साल पूरा होगा काम

अधिकारी ने बताया कि इस साल 1 अप्रैल से राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों में ई-ऑफिस प्रणाली लागू है। इसी के तहत विधान मंडल के सभी कार्यालयों और दोनों सदनों की कार्यवाही का डिजिटलाइजेशन किया जाएगा। अगले 4 वर्षों में यह काम पूरा करने का लक्ष्य है। सबसे पहले विधान मंडल की लाइब्रेरी डिजिटल बनेगी। इसके बाद विधान मंडल के विभिन्न कार्यालयों (सेक्शन) के दस्तावेजों का डिजिटलाइजेशन होगा।

ऐसी होगी डिजिटलाइजेशन व्यवस्था

अधिकारी ने बताया कि डिजिटलाइजेशन व्यवस्था के तहत सभी पुराने दस्तावेज स्कैन किए जाएंगे। इसके लिए एक पोर्टल तैयार किया जाएगा। पोर्टल पर ओटीपी आधारित लॉगिन व्यवस्था होगी, जिससे पोर्टल की निगरानी में मदद मिलेगी। इस पोर्टल को महाराष्ट्र विधान मंडल की वेबसाइट से जोड़ा जाएगा। पोर्टल पर लॉगिन के बाद सदन की कार्यवाही, विधायकों के भाषण को लोग पढ़ सकेंगे।

समितियों के कामकाज का भी डिजिटलाइजेशन

अधिकारी ने बताया कि विधान मंडल की लोकलेखा समिति, विशेषाधिकार समिति, अन्य पिछड़ा वर्ग समिति सहित विभिन्न 25 समितियां हैं। इन सभी समितियों के कामकाज का भी डिजिटलाइजेशन किया जाएगा।

क्यों पड़ रही जरूरत

अधिकारी ने कहा कि विधान मंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही और विभिन्न कार्यालयों का दस्तावेज कागज पर उपलब्ध है। कई पुरानी फाइलों को अब पढ़ना मुश्किल होता है। पुराने दस्तावेजों को संभाल कर रखना एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में डिजिटलाइजेशन बेहद जरूरी हो गया है।

कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग

अधिकारी ने बताया कि विधान मंडल के सत्र के दौरान दोनों सदनों की कार्यवाही को यूट्यूब पर प्रसारित किया जाता है। साथ ही सदन की कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाती है, जो दस्तावेज के रूप में विधान मंडल के पास उपलब्ध होता है।


Created On :   22 Jun 2023 1:00 AM IST

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