Nagpur News: महाराष्ट्र बनेगा देश की पहली 1 ट्रिलियन इकोनॉमी, मुंबई होगी फिनटेक राजधानी

महाराष्ट्र बनेगा देश की पहली 1 ट्रिलियन इकोनॉमी, मुंबई होगी फिनटेक राजधानी
  • विश्व हिंदू आर्थिक सम्मेलन में बोले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
  • प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
  • हिंदू विकास मॉडल समावेशी, शोषणकारी नहीं

Mumbai News महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विश्व हिन्दू इकोनॉमिक फोरम 2024 के के उद्घाटन समारोह में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनने का गौरव हासिल किया है। उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था के विकास दर को हिंदू ग्रोथ रेट कहा जाता था और इसे चींटी कीगति से चलता माना जाता था। यही आने वाले दिनों में दुनिया को राह दिखाने वाला ग्रोथ रेट होगा। दुनिया की बड़ी-बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के इतिहास में जाएंगे तो शोषण, उपनिवेशवाद नजर आता है लेकिन भारत की अर्थव्यवस्था शोषण की नहीं थी। हमने देने वाले राजा को हमेशा बड़ा माना है, शोषण करने वालों को नहीं। इसे हिंदू विकास मॉडल कहा जाता है।

प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने बड़ी जनसंख्या को मानव संसाधन में परिवर्तित किया और सबको साथ में लेकर विकास हो सकता है।इसने दुनिया के सामने उदाहरण पेश किया। अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए फणडवीस ने उन्हें इस विकास की नींव रखने वाला बताया। महाराष्ट्र के विकास पर बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि राज्य 2028 तक 1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और मुंबई देश की फिनटेक राजधानी बनेगी। उन्होंने कहा राज्य हरित ऊर्जा, जल संरक्षण और लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में भी तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने समृद्धि महामार्ग और वाढवण में नए बंदरगाह जैसी परियोजनाओं का उल्लेख किया।जो महाराष्ट्र को वैश्विक व्यापार का केंद्र बनाने में मदद करेंगे। फडणवीस ने इस बात पर जोर दिया कि 2014 के बाद से भारत ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है। यह हिंदू विकास मॉडल की सफलता का प्रमाण है, जो समावेशी और टिकाऊ विकास को प्राथमिकता देता है।

पश्चिमी देशों की सोच से अलग : मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि भारत का आर्थिक मॉडल पश्चिमी दुनिया की सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट सोच से अलग है। हिंदू लोकाचार समाज के हर वर्ग के कल्याण की गारंटी देता है। इसके अनुसार जो भी पैदा हुआ है, वह जीवित रहेगा और समाज यह सुनिश्चित करेगा कि ऐसा हो। उन्होंने जल संरक्षण और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में महाराष्ट्र के प्रयासों का भी जिक्र किया। राज्य का लक्ष्य 2030 तक अपनी नवीकरणीय ऊर्जा हिस्सेदारी को 52 प्रतिशत तक बढ़ाना है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में भारत न केवल आर्थिक महाशक्ति बनेगा, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक आदर्श भी प्रस्तुत करेगा और महाराष्ट्र इस प्रगति में प्रमुख भूमिका निभाएगा। तीन दिवसीय इस सम्मेलन को राजनैतिक तथा उद्योग-व्यापार जगत के 100 से अधिक प्रमुख वक्ता संबोधित करेंगे।


Created On :   13 Dec 2024 8:08 PM IST

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