Mumbai News.: मैं राज्य में वित्तीय अनुशासन लागू करने की कोशिश कर रहा हूं- अजित पवार

मैं राज्य में वित्तीय अनुशासन लागू करने की कोशिश कर रहा हूं- अजित पवार
  • निधि वितरण करने को लेकर बोले उपमुख्यमंत्री
  • शिंदे गुट के कुछ विधायकों ने निधि वितरण में देरी का आरोप लगाया
  • अजित पवार ने स्पष्टीकरण दिया

Mumbai News. राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री अजित पवार पर कुछ दिनों पहले सत्ताधारी दलों के विधायकों ने फंड नहीं देने का आरोप लगाया था। अब उस पर सफाई देते हुए अजित पवार ने कहा है कि किसी भी पार्टी का नेता हो, हर किसी को बोलने की स्वतंत्रता है। अजित ने कहा कि मैं राज्य में वित्तीय अनुशासन लागू करने की कोशिश कर रहा हूं। इसलिए लोगों को लगता है कि मैं उन्हें फंड नहीं दे पा रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं अपना पक्ष इसलिए रख रहा हूं ताकि हमारे राज्य का वित्तीय अनुशासन खराब न हो। दरअसल कुछ दिनों पहले भाजपा के विधायकों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से शिकायत कर वित्त विभाग द्वारा निधि समय पर उपलब्ध न कराने की शिकायत की थी।

अजित पवार ने कहा कि मैंने बारामती क्षेत्र के लिए भरपूर निधि उपलब्ध कराई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में क्या हुआ इस पर बोलने की जरूरत नहीं है। अजित ने कहा कि लोगों को कितना भी दे दें, लेकिन उन्हें हमेशा कम ही लगता है। अजित ने कहा कि मैं इतने वर्षों से काम कर रहा हूं, लेकिन अच्छे कामों की लोग इज्जत नहीं करते हैं। जब मैं राज्य में घूमता हूं तो कई विधायक मुझसे यह भी कहते हैं कि हमें निधि के रूप में ढाई हजार से लेकर तीन हजार करोड़ तक मिले। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें ज्यादा निधि देकर भी वह खुश नहीं होते हैं। इसलिए यह सब देखने के बाद मैं कभी-कभी निराश भी हो जाता हूं। लेकिन हर किसी को बोलने की स्वतंत्रता है। मैं यह अपने लिए नहीं बल्कि राज्य में वित्तीय अनुशासन लागू करने की कोशिश कर रहा हूं।

दरअसल शिंदे गुट के कुछ विधायकों ने वित्त मंत्री अजित पवार पर निधि वितरण में देरी का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं पार्टी के कुछ विधायकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि वित्त विभाग की ओर से कुछ चुनिंदा विधायकों को ही समय पर निधि उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। जिसकी वजह से स्थानीय स्तर पर चल रहे विकास के काम रुक रहे हैं। यह पहला मौका नहीं था जब अजित पवार पर विधायकों को समय पर निधि आवंटित नहीं करने का आरोप लगा हो। इससे पहले महाविकास आघाडी की सरकार में भाजपा के विधायकों ने अजित पर जानबूझकर निधि उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था।

Created On :   18 Sept 2024 8:17 PM IST

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