- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- उद्धव के 4 विधायकों और 3 सांसदों ने...
Mumbai News: उद्धव के 4 विधायकों और 3 सांसदों ने शिंदे से की मुलाकात, महायुति सरकार के दलों में खींचतान जारी
- भाजपा नहीं छोड़ेगी नाशिक का पालक मंत्री पद
- आगामी निकाय चुनाव आघाडी गठबंधन में लड़ेगी या नहीं, इस पर कोई चर्चा नहीं हुई- पटोले
- सिंहस्थ कुम्भ मेला के लिए महाजन को बनाना चाहते हैं प्रभारी मंत्री: बावनकुले
Mumbai News. शिवसेना (शिंदे) नेता और राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि 15 दिनों पहले शिवसेना (उद्धव) के चार विधायकों और तीन सांसदों ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। दावोस दौरे पर पहुंचे सामंत ने कहा कि उद्धव गुट के अलावा कांग्रेस के भी पांच विधायक शिंदे से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा उद्धव और कांग्रेस के कई पूर्व विधायक, पूर्व सांसद और जिलाध्यक्ष भी शिंदे के संपर्क में हैं। सामंत ने दावा करते हुए कहा कि अगले तीन महीने में ये सभी शिंदे गुट में शामिल होने वाले हैं।
महायुति सरकार के तीनों दलों में खींचतान जारी
प्रदेश में पालक मंत्री पद को लेकर लगातार तीसरे दिन सत्तारूढ़ महायुति में शामिल तीनों दलों के बीच खींचतान जारी रही। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष तथा राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को नाशिक के पालक मंत्री पद पर दावा किया। उन्होंने कहा कि साल 2027 में अगस्त से नवंबर के बीच नाशिक में सिंहस्थ कुंभ मेला आयोजित होगा। पिछली बार भाजपा सरकार के दौरान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन ने बतौर पालक मंत्री सिंहस्थ कुम्भ को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसलिए भाजपा चाहती है कि राज्य के वर्तमान जल-संसाधन मंत्री महाजन ही नाशिक के पालक मंत्री बनें। इसके लिए हम लोग उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार से दोबारा आग्रह करेंगे। बावनकुले के इस बयान पर राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि नाशिक जिला बड़ा है। इसलिए हर दल को लगता है कि नाशिक का पालक मंत्री पद उसके पास ही रहना चाहिए। क्योंकि सत्तारूढ़ दलों के साथ तालमेल में आसानी होती है। विदित हो कि 18 जनवरी को सरकार ने पालक मंत्रियों की नियुक्ति की घोषणा की थी। लेकिन शिवसेना (शिंदे) और राकांपा (अजित) की नाराजगी के बाद सरकार ने नाशिक और रायगड के पालक मंत्री की नियुक्ति पर रोक लगा दी। नाशिक का पालक मंत्री महाजन को बनाया गया था।
पालक मंत्री ठेका लेते हैं क्या?
शिवसेना (उद्धव) प्रवक्ता और सांसद संजय राऊत ने कहा कि सिंहस्थ कुम्भ मेला का बजट अधिक होने के कारण भाजपा नाशिक का पालक मंत्री पद नहीं छोड़ रही है। इस पर कोकाटे ने कहा कि पालक मंत्री ठेका लेते हैं क्या? सिंहस्थ कुम्भ मेला के कार्यों के लिए ठेका आवंटन प्रशासन करेगा। इसमें पालक मंत्री की कोई भूमिका नहीं होगी।
आगामी निकाय चुनाव आघाडी गठबंधन में लड़ेगी या नहीं, इस पर कोई चर्चा नहीं हुई- पटोले
उधर महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाडी को मिली करारी हार के बाद मंगलवार को पहली बार आघाडी के तीनों दलों के नेताओं ने एक साथ बैठक की। बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बैठक में सबसे पहले राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई। पटोले ने कहा कि जिस तरह से बीड में सरपंच की हत्या में राज्य के मंत्री धनंजय मुंडे की मुख्य आरोपी से साठगांठ दिखाई दे रही है, ऐसे में बगैर देरी किए मुंडे का इस्तीफा लेकर उन्हें मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब दावोस में बैठकर नाशिक और रायगड़ के पालकमंत्री पद की नियुक्ति को स्थगित किया जा सकता है तो फिर धनंजय मुंडे का इस्तीफा भी लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा और विधान परिषद की समितियों के लिए किन-किन सदस्यों को नामित किया जाना है, इसको लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। पटोले ने कहा कि विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता को लेकर मैं, शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे और राकांपा (शरद) प्रमुख शरद पवार बैठकर चर्चा करेंगे। राज्य में होने वाले आगामी नगर निकाय चुनाव महाविकास आघाडी गठबंधन में लड़ेंगे या नहीं, इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है। गौरतलब है कि शरद पवार ने कुछ दिनों पहले चुनाव के बाद आघाडी की एक भी बैठक नहीं होने नाराजगी जताई थी
Created On :   21 Jan 2025 9:59 PM IST