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Thane News: प्रेस कान्फ्रेंस रिकॉर्ड कर रहे पुलिस कर्मी को राकांपा शरद गुट विधायक ने जबरन बैठाया
- राकांपा (शरद) विधायक के घर में चल रही थी प्रेस कान्फ्रेंस
- विधायक जितेंद्र आव्हाड का आरोप, यह निजता का उल्लंघन
Thane News. राकांपा (शरद) के विधायक जितेंद्र आव्हाड शुक्रवार को ठाणे में अपने निजी आवास पर प्रेस कान्फ्रेंस कर रहे थे। इसी दौरान एक व्यक्ति मोबाइल फोन से प्रेस कान्फ्रेंस और वहां मौजूद लोगों का वीडियो बना रहा था। इसके बाद विधायक आव्हाड के कार्यकर्ताओं ने उसे पकड़ लिया। जब शख्स से पूछताछ की गई तो पता चला कि वह ठाणे पुलिस की विशेष शाखा (गोपनीय) का कर्मचारी था। इसके बाद आव्हाड ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से फोन पर बात की और इसके बाद ही पुलिस कर्मचारी को छोड़ा।
कलवा-मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र से विधायक और राकांपा (शरद) के गुट नेता जितेंद्र आव्हाड ने शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उस समय मीडिया प्रतिनिधि मौजूद थे। इसी बीच एक शख्स प्रेस बैरिकेड में घुस गया और मोबाइल फोन से प्रेस कान्फ्रेंस और वहां मौजूद लोगों का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। यह देख वहां मौजूद आव्हाड के कार्यकर्ताओं को शक हुआ और वे उसे एक तरफ ले जाकर पूछताछ करने लगे। वहीं, कुछ कार्यकर्ताओं ने इस मामले की जानकारी आव्हाड को दे दी। इसके बाद आव्हाड ने पुलिस कर्मी को बुलाया और पूछताछ की। इसके बाद पता चला कि वह ठाणे पुलिस विशेष शाखा (गोपनीय) के वर्तक नगर विभाग का कर्मचारी है। आव्हाड से पूछताछ में पुलिस कर्मी ने बताया कि उसने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर वीडियो बनाया है। इससे आव्हाड नाराज हो गए। विधायक ने आदेश देने वाले अधिकारी से स्पष्टीकरण के लिए फोन किया और जब तक बात नहीं हुई। तब तक पुलिस कर्मी को अपने घर में बैठाए रखा।
जितेंद्र आव्हाड, विधायक, राकांपा (शरद) के मुताबिक पुलिस विपक्षी दल के नेताओं की निगरानी कर रही है। यह मामला बेहद गंभीर है। अगर हमारी जगह कराड (बीड सरपंच हत्या में आरोपी वाल्मीक कराड) पर नजर रखी गई होती तो वह पहले ही पकड़ा गया होता। मेरे निजी आवास पर पुलिस द्वारा वीडियो रिकॉर्डिंग करना निजता का उल्लंघन है।
कांग्रेस ने कहा, ‘राइट टू प्राइवेसी' का उल्लंघन
प्रदेशकांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि आम आदमी का जीने का अधिकार राइट टू प्राइवेसी है। राकांपा (शरद) नेता जितेंद्र आव्हाड विधायक हैं और मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में यदि उनके घर में घुसकर पुलिस निगरानी कर रही है तो यह निजता का उल्लंघन है।
Created On :   3 Jan 2025 10:01 PM IST