Mumbai New: नए साल का जश्न - खुफिया सूचना के मद्देनजर अलर्ट पर केंद्र और राज्य की एजेंसियां

नए साल का जश्न - खुफिया सूचना के मद्देनजर अलर्ट पर केंद्र और राज्य की एजेंसियां
  • एमएमआर में 10 हजार करोड़ रुपए की ड्रग्स पहुंचाने की फिराक में तस्कर
  • उत्तराखंड व राजस्थान से ट्रेन व सड़क के जरिए हेरोइन
  • बिहार-नेपाल से चरस और समुद्री रास्ते से मुंबई में होती है एमडी की आपूर्ति

Mumbai News. नए साल (2025) के स्वागत की तैयारियां शुरू हैं। मुंबई और आसपास के उपनगरों (एमएमआर) के होटल, रेस्टोरेंट और पब अभी से सज गए हैं। ड्रग्स माफिया मौके का फायदा उठाने की फिराक में है। कई दिन तक चलनेवाली पार्टियों के लिए तस्कर एमएमआर में 10 हजार करोड़ रुपए की ड्रग्स पहुंचाना चाहते हैं। खुफिया एजेंसियों की सूचना पर नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और मुंबई पुलिस की एंटी नार्कोटिक्स सेल (एएनसी) अलर्ट पर हैं। मुंबई की पार्टियों में एमडी और एमडीएमए ड्रग्स की सबसे ज्यादा मांग होती है। समुद्री बीच और आसपास के क्षेत्रों में होनेवाली पार्टियों की निगरानी पुलिस और एनसीबी की टीम करेंगी। महानगर में उत्तराखंड व राजस्थान से ट्रेन व सड़क के जरिए हेरोइन, बिहार-नेपाल से चरस और समुद्री रास्ते से एमडी और एमडीएमए की आपूर्ति होती है।

28 दिसंबर से तैनात होंगी 6 टीम

एएनसी के डीसीपी शाम घुगे ने बताया कि हम सतर्क हैं। मढ, मार्वे और गोराई जैसे समुद्री बीच पर होनेवाली पार्टियों पर नजर रखने के लिए 28 दिसंबर से 6 टीम तैनात की जाएंगी। इन टीम में 7 वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, 15 पुलिस निरीक्षक और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी शामिल होंगे। घुगे ने कहा कि ज्यादातर बंगलों, जंगलों और दूर-दराज के क्षेत्रों में होनेवाली पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई के आसार हैं।

ड्रग्स सप्लाई के लिए नए-नए तरीके अपना रहे तस्कर

पुलिस सूत्रों के मुताबिक ड्रग्स सप्ताई के लिए तस्कर नए-नए तरीके अपना रहे हैं।

1. केले के ट्रक में छिपाकर मादक पदार्थ भेज रहे

2. नए टायर-टायर के ढेर के अंदर प्रतिबंधित ड्रग्स को छिपाते हैं

3 सैंडल सोल में ड्रग्स भरते हैं

4. तरबूज खोखला कर उसमें ड्रग्स भरते हैं

5. गिटार, हॉकी स्टिक, फुटबॉल और वॉलीबॉल में भी ड्रग छिपाते हैं।

डार्क वेब के जरिए 80% ड्रग तस्करी

डार्क वेब के जरिए लगभग 80% ड्रग्स तस्करी की जा रही है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल भी ड्रग डिलीवरी के लिए किया जाता है। पुलिस, एनसीबी से बचने के लिए तस्कर कोड वर्ड का इस्तेमाल करते हैं। मसलन एक किलो एमडीएमए को एक मीटर कपड़ा या हैप्पी पिल्स कहा जाता है।

पुलिस चला रही ऑपरेशन थंडर अभियान

ड्रग्स तस्करी रोकने के लिए मुंबई पुलिस ऑपेरशन थंडर अभियान चला रही है। वर्ष 2024 में एएनसी ने 1060 मामले दर्ज किए हैं और 1228 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। इस साल 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की ड्रग्स जब्त की गई है जबकि 2023 में 419 करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ी गई थी।

Created On :   24 Dec 2024 10:56 PM IST

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