Mumbai News: राकांपा अजित के अन्ना बनसोडे चुने गए विधानसभा के नए उपाध्यक्ष, नहीं हुआ विपक्ष के नेता पर फैसला

राकांपा अजित के अन्ना बनसोडे चुने गए विधानसभा के नए उपाध्यक्ष, नहीं हुआ विपक्ष के नेता पर फैसला
  • सत्ता पक्ष और विपक्ष ने सर्वसम्मति से चुना
  • शीतकालीन सत्र के बाद बजट सत्र में भी नहीं हुआ विपक्ष के नेता पर फैसला
  • शीत सत्र में विपक्ष के नेता को लेकर फडणवीस से मिले थे ठाकरे

Mumbai News. राकांपा (अजित) विधायक अन्ना बनसोडे को बुधवार को सर्वसम्मति से विधानसभा का उपाध्यक्ष चुन लिया गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बनसोडे के नाम का प्रस्ताव पेश किया जबकि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मंत्री चंद्रकांत पाटील ने अनुमोदन किया। इसके बाद सर्वसम्मति से बनसोडे को विधानसभा का उपाध्यक्ष चुन लिया गया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने बनसोडे को बधाई देते हुए कहा कि जमीन से गहरा जुड़ाव रखने वाले एक आम कार्यकर्ता का महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष के रूप में चुना जाना भारतीय संविधान द्वारा दिए जाने वाले अवसर का एक बेहतरीन उदाहरण है। बनसोड़े के नाम का समर्थन विपक्ष ने भी किया। अन्ना बनसोडे को सर्वसम्मति से विधानसभा का उपाध्यक्ष चुने जाने पर बधाई प्रस्ताव पेश करते हुए फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा देश में सबसे लंबे समय तक चलने वाली सदनों में से एक है। विधानसभा में उपाध्यक्ष का पद सम्मान का पद है। इस पद के लिए बनसोडे का चयन उनकी उपलब्धियों के प्रति सम्मान है। मुझे उम्मीद है कि वे इस जिम्मेदारी का उपयोग संवैधानिक परंपराओं के प्रति सम्मान बढ़ाने में करेंगे। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अन्ना बनसोडे को विधानसभा के उपाध्यक्ष के रूप में निर्वाचित होने पर बधाई देते हुए कहा कि यह हमारे संविधान की ताकत है कि एक साधारण कार्यकर्ता विधानसभा के उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर आसीन हो सकता है। उन्होंने कहा कि एक साधारण कार्यकर्ता से लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष तक का उनका सफर प्रेरणादायी है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा का 22वे उपाध्यक्ष बनने पर बनसोडे को बधाई देने के साथ-साथ विपक्ष का भी आभार जताया। विपक्ष ने कोई भी उम्मीदवार दिए बगैर बनसोडे की उम्मीदवारी का समर्थन किया।

कौन हैं अन्ना बनसोडे?

जन्म - 4 मई 1968

शिक्षा - हाई स्कूल

पार्टी - राकांपा (अजित)

विधानसभा क्षेत्र- 206 पिंपरी

राजनीतिक सफर- साल 1997 और 2002 में नगरसेवक बने

साल 2009 में पहली बार विधायक बने, 2014 में मिली हार

साल 2024 में तीसरी बार बने हैं विधायक

अजित पवार का माना जाता है करीबी, शुरुआत में पान टपरी चलाते थे।

विधानसभा : शीतकालीन सत्र के बाद बजट सत्र में भी नहीं हुआ विपक्ष के नेता पर फैसला

उधर विधानमंडल के पिछले सत्र से विधानसभा में विपक्ष के नेता की कुर्सी खाली है। बुधवार को समाप्त हुए बजट सत्र में भी विपक्ष को नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं मिला। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विपक्ष के नेता के पद पर फैसला अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को करना है। उन्होंने कहा कि जिस दिन अध्यक्ष नार्वेकर विपक्ष के नेता के पद को लेकर फैसला ले लेंगे, उनका फैसला हमें मंजूर होगा। लगातार दूसरे सत्र में विपक्ष का नेता नहीं दिए जाने से नाराज शिवसेना (उद्धव) नेता भास्कर जाधव ने कहा कि जब सरकार के पास बंपर बहुमत है तो उसे किस बात का डर लग रहा है। आखिरकार सत्ता पक्ष विपक्ष के नेता के पद की नियुक्ति क्यों नहीं कर पा रहा है? गौरतलब है कि महाविकास आघाडी ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष भास्कर जाधव को विपक्ष का नेता बनाने की मांग की है, लेकिन अभी तक अध्यक्ष के पद पर कोई फैसला नहीं हो सका है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने विधानसभा में विधानसभा उपाध्यक्ष अन्ना बनसोडे की नियुक्ति के प्रस्ताव पर बोल रहे थे तो उसी समय विपक्ष के नेताओं ने कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष जिस कुर्सी पर बैठे हैं, उसके बगल वाली कुर्सी (विपक्ष के नेता की) पर फैसला कब होगा? इस पर राहुल नार्वेकर ने बीच में बोलते हुए कहा कि इसके बारे में आपको मुझसे सवाल पूछना चाहिए? विपक्ष के नेताओं का जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा कि विपक्ष के नेता की कुर्सी का फैसला अध्यक्ष को करना है। जिस दिन अध्यक्ष इसको लेकर फैसला लेंगे, वह हमें मंजूर होगा। शिवसेना (उद्धव) नेता भास्कर जाधव ने कहा कि राज्य की महायुति सरकार को जनता ने जब बंपर बहुमत दिया है तो उन्हें संविधान के नियमों के मुताबिक विधानसभा में विपक्ष के नेता की नियुक्ति करनी चाहिए। जाधव ने कहा कि आखिरकार सरकार को किस बात का डर सता रहा है। जिसके लिए वह विपक्ष के नेता की नियुक्ति नहीं कर पा रही है।

शीत सत्र में विपक्ष के नेता को लेकर फडणवीस से मिले थे ठाकरे

शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने युति सरकार के पिछले शीतकालीन सत्र में विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी।फडणवीस ने उन्हें विपक्ष के नेता पद के लिए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से बात कर इस मामले को सुलझाने की बात कही थी। लेकिन शीतकालीन सत्र के बाद अब बजट सत्र भी समाप्त हो गया लेकिन विपक्ष के नेता के पद पर कोई घोषणा नहीं हुई है।

Created On :   26 March 2025 9:32 PM IST

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