Mumbai News: नार्वेकर का विधानसभा अध्यक्ष बनना लगभग तय, अवताडे पर नाराज हुए प्रोटेम स्पीकर, बोले मैं अंतर्यामी हूं क्या

नार्वेकर का विधानसभा अध्यक्ष बनना लगभग तय, अवताडे पर नाराज हुए प्रोटेम स्पीकर, बोले मैं अंतर्यामी हूं क्या
  • फडणवीस सरकार का फ्लोर टेस्ट सोमवार को
  • अवताडे पर नाराज हुए प्रोटेम स्पीकर, बोले मैं अंतर्यामी हूं क्या
  • मोहन मते के लिए मुख्यमंत्री ने किया आग्रह

Mumbai News : भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर का महायुति सरकार में विधानसभा अध्यक्ष बनना लगभग तय हो गया है। सूत्रों का कहना है कि नार्वेकर रविवार को नामांकन दाखिल करेंगे, जबकि उनके नाम पर आधिकारिक मुहर सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में लगेगी। विधानसभा अध्यक्ष का पद महायुति में भाजपा के कोटे में आया है, लिहाजा पार्टी ने नार्वेकर को एक बार फिर से विधानसभा अध्यक्ष बनाने का फैसला किया है। इससे पहले महायुति की ढाई साल की सरकार में भी नार्वेकर विधानसभा अध्यक्ष थे। हालांकि नार्वेकर फडणवीस सरकार में मंत्री बनना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें फिर से विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया है। नार्वेकर मुंबई की कोलाबा सीट से विधायक निर्वाचित हुए हैं। युति की ढाई साल की सरकार में वह विधानसभा अध्यक्ष चुने गए थे, जिसमें उन्होंने शिवसेना और राकांपा के दोनों गुटों में हुई बगावत पर फैसला सुनाया था। नार्वेकर ने शिवसेना की कमान एकनाथ शिंदे के हाथ में सौंपने का आदेश जारी किया था, जबकि राकांपा का असली हकदार अजित पवार को माना था। राहुल के पिता सुरेश नार्वेकर और भाई भी कोलाबा से नगरसेवक रह चुके हैं।

फडणवीस सरकार का फ्लोर टेस्ट सोमवार को

देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में गुरुवार को शपथ ली थी। इसके अलावा एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। अब फडणवीस सरकार का सोमवार को फ्लोर टेस्ट होने जा रहा है, जिसमें उन्हें बहुमत साबित करना होगा। हालांकि यह फ्लोर टेस्ट औपचारिक ही होगा, क्योंकि महायुति के तीनों दलों को विधानसभा चुनाव में बंपर बहुमत मिला है।

अवताडे पर नाराज हुए प्रोटेम स्पीकर, बोले मैं अंतर्यामी हूं क्या

विधानसभा में शपथग्रहण के दौरान प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलंबकर और सत्तारूढ़ विधायकों के बीच नोकझोंक देखने को मिली। दरअसल, सदन में भाजपा विधायक समाधान अवताडे शपथ लेने के लिए प्रोटेम स्पीकर से अपना नाम घोषित करने की मांग कर रहे थे। इस प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि सदन का कामकाज रविवार को भी चलेगा। इसलिए कुछ विधायक रविवार को भी शपथ ले सकते हैं, लेकिन अवताडे अपने आसन पर बैठने के लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने कहा कि मुझे आज ही अपने गृह जिले सोलापुर में जाना है। इससे नाराज प्रोटेम स्पीकर ने अवताडे से कहा कि यदि आपको पहले दिन ही शपथ लेनी थी तो कम से कम एक पत्र मुझे देना चाहिए था। मैं अंतर्यामी हूं क्या? जो आपके मन की बात जान लूंगा। आप अनुभवी विधायक हैं। हालांकि बाद में अवताडे ने शपथ ली।

लांडे सदन में विवाद मत करिए

सदन में शिवसेना (शिंदे) के विधायक दिलीप लांडे शपथ ग्रहण के लिए नाम नहीं पुकारे जाने से भड़क गए। लांडे ने प्रोटेम स्पीकर से कहा कि शपथ ग्रहण की सूची में मेरा नाम पहले है, लेकिन मेरे नाम के बाद वाले विधायकों को शपथ के लिए बुलाया जा रहा है। मेरा नहीं पुकारा जा रहा है। इस पर प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि लांडे आप सदन में विवाद मत पैदा करिए। मैं आपको शपथ लेने का मौका दूंगा। इसी दौरान लांडे तेज आवाज में बोलने लगे। इसके बाद उनके आगे बैठे उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पलटकर पीछे देखने लगे। शिंदे को देखते हुए लांडे ने हाथ जोड़ लिया। इसके कुछ देर बार लांडे ने शपथ ली।

मोहन मते के लिए मुख्यमंत्री ने किया आग्रह

भाजपा विधायक मोहन मते का नाम जब पुकारा गया, तब वह सदन में नहीं थे। इसके कुछ देर बाद वह सदन में आए। नजर पड़ने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मते को अपने पास के आसन पर बैठने के लिए कहा। फिर उन्होंने अधिकारियों से मते का नाम घोषित करने के लिए आग्रह किया। इसके बाद मते ने शपथ ली।


Created On :   7 Dec 2024 10:08 PM IST

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