Mumbai News: मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों को एंटी रैगिंग टीम गठित करना होगा

मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों को एंटी रैगिंग टीम गठित करना होगा
  • राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के निर्देश
  • शिकायतों पर आयोग का सख्त रुख
  • सख्ती से पालन न करने पर कार्रवाई

Mumbai News मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में विद्यार्थियों के साथ होनेवाली रैगिंग को लेकर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को पिछले कुछ दिनों से शिकायतें मिल रही हैं। आयोग ने ऐसे सभी मामलों को गंभीरता से लिया है। आयोग ने सभी मेडिकल कॉलेजों में एंटी रैगिंग टीम गठित करने का निर्देश दिया है। हालांकि मेडिकल कॉलेजों में विद्यार्थियों के साथ रैगिंग रोकने के लिए अस्पताल प्रशासन अपने स्तर पर विभिन्न उपाय योजना करते रहते हैं। इसके बाद भी कई कॉलेजों में रैगिंग की घटनाएं हो रही हैं। अक्सर रैगिंग का सामना करनेवाले कई विद्यार्थियों का मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है। जिसमें कुछ तो आत्महत्या भी कर लेते हैं जबकि कई पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं। आयोग ने ऐसी प्रथाओं पर अंकुश लगाने के लिए मेडिकल कॉलेजों के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का सख्ती से पालन न करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

इतने डॉक्टरों ने की सुसाइड

बीते 6 वर्षों में महाराष्ट्र में 10 मेडिकल स्टूडेंट ने आत्महत्या की है। इनमें से 5 मेडिकल स्टूडेंट एमबीबीएस के हैं और 5 मेडिकल स्टूडेंट पोस्ट ग्रेजुएशन के हैं। हालांकि इन आत्महत्याओं के पीछे मेडिकल स्टूडेंट की व्यक्तिगत समस्या के साथ-साथ अस्पताल का दूषित वातावरण भी रहा है।

यह हैं दिशा निर्देश

- हर मेडिकल कॉलेज को एक एंटी-रैगिंग टीम बनानी होगी,यदिऐसी कोई घटना होती है तो टीम को इसकी जानकारी होनी जरूरी

- रैगिंग के बारे में छात्रों और शिक्षकों के बीच जागरूकता फैलाएं। एंटी रैगिंग पर हर साल आयोग को रिपोर्ट सौंपी जाए

- कॉलेजों में छात्रों के लिए एक सुरक्षित और भय मुक्त वातावरण बनाया जाए

Created On :   12 Dec 2024 7:54 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story