Mumbai News: महाराष्ट्र की विकास दर में 7.3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी, उत्पादन भी बढ़ा

महाराष्ट्र की विकास दर में 7.3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी, उत्पादन भी बढ़ा

    Mumbai News वित्त वर्ष 2024-25 में राज्य की विकास दर बढ़ने की उम्मीद है। पिछले वर्ष राज्य की विकास दर 6.5 प्रतिशत थी। इस बार 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। 2024-25 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि चिंता की बात यह है कि इस वित्त वर्ष में महाराष्ट्र सरकार के खजाने के लिए 20 हजार 51 करोड़ का राजस्व घाटा अपेक्षित है। राज्य के वित्तमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट-2024-25 विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश किया। राज्य का बजट आगामी सोमवार, 10 मार्च को पेश किया जाएगा।

    कृषि व संलंग्न कार्य, उद्योग व सेवा क्षेत्र में बढ़ोतरी : आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, 2024-25 में ‘कृषि और संबद्ध गतिविधियों’, उद्योग और सेवा क्षेत्रों का वास्तविक सकल राज्य मूल्यवर्धन क्रमशः 8.7 प्रतिशत, 4. 9 प्रतिशत और 7.8 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है। 2024 के दौरान राज्य में औसत वर्षा 116.8 प्रतिशत वर्षा हुई। राज्य के 203 तहसिलों में अधिक वर्षा, 68 तहसिलों में औसत वर्षा तथा 84 तहसिलों में कम वर्षा हुई। कृषि जनगणना 1970-71 के अनुसार, राज्य में औसत खेती योग्य क्षेत्रफल 4.28 हेक्टेयर था। कृषि जनगणना 2021-22 के अंतिम निष्कर्षों के अनुसार यह 1.23 हेक्टेयर है।

    अनाज, दलहन, तिलहन और कपास के उत्पादन में वृद्धि : 2024-25 खरीफ सीजन में 157.59 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई पूरी हो चुकी है। पिछले वर्ष की तुलना में अनाज, दलहन, तिलहन और कपास के उत्पादन में क्रमशः 49.2 प्रतिशत, 48.1 प्रतिशत, 26.9 प्रतिशत और 10.8 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, जबकि गन्ना उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 6.6 प्रतिशत की कमी आने का अनुमान है। 2024-25 रबी सीजन में 62.81 लाख हेक्टेयर भूमि पर बुवाई पूरी हो चुकी है। पिछले वर्ष की तुलना में अनाज और दालों के उत्पादन में क्रमशः 23 प्रतिशत और 205 प्रतिशत की कमी आने की उम्मीद है, जबकि तिलहन के उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 22.7 प्रतिशत की कमी आने की उम्मीद है। वर्ष 2023-24 में 21.74 लाख हेक्टेयर बागवानी क्षेत्रफल से 326.88 लाख टन उत्पादन की उम्मीद है।

    20,051 करोड़ रुपये के राजस्व घाटा का अनुमान : 2024-25 के बजट अनुमानों के अनुसार, राजकोषीय घाटा 2.4 प्रतिशत, राजस्व घाटा 0.4 प्रतिशत और ऋण-जीडीपी अनुपात 17.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। वर्ष 2024-25 के लिए राज्य का वार्षिक योजना व्यय 1,92,000 करोड़ रुपये है, जिसमें से जिला वार्षिक योजना व्यय 23.528 करोड़ रुपये है। बजट अनुमान के अनुसार, वर्ष 2024-25 के लिए राज्य का राजस्व संग्रह 4,99,463 करोड़ होने की उम्मीद है, जिसमें कर राजस्व और गैर-कर राजस्व (केंद्रीय सब्सिडी सहित) क्रमशः 4,19,972 करोड़ और 79,491 करोड़ रुपए रहने की उम्मीद है। वर्ष 2024-25 में जनवरी तक वास्तविक राजस्व संग्रह 3,81,080 करोड़ (बजट अनुमान का 76.3 प्रतिशत) है। बजट अनुमान के अनुसार वर्ष 2024-25 के लिए राज्य का राजस्व व्यय 5,19,514 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। जनवरी तक वास्तविक राजस्व व्यय 3,52,141 करोड़ रुपये (बजट अनुमान का 67.8 प्रतिशत) है। चूंकि व्यय, राजस्व संग्रह से अधिक है, इसलिए इस वित्तीय वर्ष में 20,051 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा अनुमानित है।

    बढ़ा प्रति व्यक्ति आय

    महाराष्ट्र में प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

    आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए राज्य में प्रति व्यक्ति आय 3,09,340 रुपये रहने का अनुमान है, जबकि 2023-24 में यह 2,78,681 रुपये रही थी।

    प्रति व्यक्ति आय

    1. तेलंगाना ₹ 3,56,564

    2. कर्नाटक ₹ 3,32,926

    3. तमिलनाडु ₹ 3.15,220

    4. गुजरात ₹ 2,97,722

    5. महाराष्ट्र ₹ 2,78,681


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    Created On :   7 March 2025 7:30 PM IST

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