Mumbai News: राज्य की पांच लाख लाडली बहनों का अब सरकार नहीं करेगी लाड़, अपात्र घोषित हुईं

राज्य की पांच लाख लाडली बहनों का अब सरकार नहीं करेगी लाड़, अपात्र घोषित हुईं
  • प्रति महीने नहीं मिल पाएगा 1500 रुपए का अनुदान
  • लाडली बहन योजनाओं के तहत अपात्र घोषित हुई महिलाएं
  • कभी न कभी झूठ तो पकड़ा ही जाएगा

Mumbai News. प्रदेश की महायुति सरकार ने मुख्यमंत्री मेरी लाड़ली बहन योजना के लाभ के लिए अपात्र होने के बावजूद अनुदान राशि लेने वाली लाभार्थी महिलाओं को झटका दिया है। राज्य में लाड़ली बहन योजना की पांच लाख लाभार्थियों को अपात्र घोषित कर दिया गया है। इससे इन महिलाओं को अब प्रति महीने 1500 रुपए अनुदान राशि नहीं मिल सकेगी। शुक्रवार को प्रदेश की महिला व बाल विकास मंत्री आदिति तटकरे ने कहा कि सरकार के 28 जून 2024 और 3 जुलाई 2024 के शासनादेश के तहत अपात्र घोषित की गई पांच लाख लाभार्थी महिलाओं को अब लाभ नहीं दिया जाएगा। इसमें सरकार की संजय गांधी निराधार योजना के तहत अनुदान पाने वाली 2 लाख 30 हजार महिलाओं का समावेश है। साथ ही 65 साल से अधिक आयु होने के कारण लाड़ली बहन योजना के दायरे में नहीं आने वाली 1 लाख 10 हजार महिलाएं और परिवार के सदस्यों का नाम पर चार पहिया वाहन होने, नमो शक्ति योजना का लाभ पाने वाली और स्वेच्छा से नाम वापस लेने वाली 1 लाख 60 हजार महिलाएं शामिल हैं। आदिति ने कहा कि सरकार सभी पात्र महिलाओं को योजना का लाभ देने के लिए कटिबद्ध है। राज्य के महिला व बाल विकास विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बीते दिसंबर 2024 में लगभग 2 करोड़ 46 लाख महिलाओं को अनुदान राशि दी गई थी। जबकि जनवरी 2025 में लगभग 2 करोड़ 41 लाख महिलाओं को अनुदान राशि प्रदान की गई है। दिसंबर महीने के मुकाबले जनवरी महीने में लाभार्थी महिलाओं की संख्या 5 लाख कम हो गई है। इसके पहले साल 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को जनादेश देने के लिए लाड़ली बहन योजना की लाभार्थियों की अहम भूमिका थी। लेकिन सत्ता में लौटने के बाद सरकार ने अपात्र लाभार्थी महिलाओं को झटका दिया है। लाभार्थी महिलाओं को अपात्र घोषित करने के फैसले को लेकर विपक्ष ने सत्तारूढ़ महायुति सरकार की आलोचना की है।

कभी न कभी झूठ तो पकड़ा ही जाएगा

राज्य के महिला व बाल विकास विभाग के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर' से बातचीत में दावा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं ने गलत दस्तावेज और झूठा शपथपत्र देकर योजना का लाभ लेने की कोशिश की है। ऐसी महिलाओं का झूठ कभी न कभी तो पकड़ा ही जाएगा। सरकार को मिलने वाली शिकायतों के आधार पर लाभार्थी महिलाओं के दस्तावेजों की जांच शुरू है। जिसमें अपात्र महिलाओं को चिन्हित किया जा रहा है। ऐसी महिलाओं को नई किश्त का लाभ नहीं दी जाएगी। अधिकारी ने कहा कि लाड़ली बहन योजना के तहत फिलहाल नई आवेदन मंगाने को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं है।

ऐसे अपात्र हुई लाभार्थी महिलाएं

संजय गांधी निराधार योजना की लाभार्थी महिलाएं -2,30,000

65 साल से अधिक आयु वाली महिलाएं -1,10,000

परिवार के सदस्यों का नाम पर चार पहिया वाहन होने, नमो शक्ति योजना की लाभार्थी और स्वेच्छा से नाम वापस लेने वाली महिलाएं- 1,60,000

कुल अपात्र महिलाएं - 5,00,000


Created On :   7 Feb 2025 9:57 PM IST

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