Mumbai News: डॉ हिरालाल ने कहा - सिर्फ पेड़ लगाओं नहीं, पेड़ बचाओं की नीति जरुरी

डॉ हिरालाल ने कहा - सिर्फ पेड़ लगाओं नहीं, पेड़ बचाओं की नीति जरुरी
  • ग्रीन इलेक्शन का जनक है यह आईएएस अधिकारी
  • पर्यावरण संरक्षण के लिए जाने जाते हैं उत्तर प्रदेश सरकार के विशेष सचिव डा हीरालाल

Mumbai News. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की ड्यूटी लगती रहती है। आमतौर पर अधिकारी चुनावी ड्यूटी को बोझ समझते हैं। लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जो मौके को अवसर में बदलने में विश्वास रखते हैं। ऐसे ही एक अधिकारी हैं- उत्तर प्रदेश सरकार के विशेष सचिव (सिंचाई) डॉ. हीरा लाल। बतौर केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक 2024 के लोकसभा चुनाव में पंजाब के आनंदपुर साहिब सीट पर हरित चुनाव (ग्रीन इलेक्शन) की अवधारणा पेश करने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी डा लाल बीते विधानसभा चुनाव के दौरान मुंबई में भी ग्रीन इलेक्शन का सफल प्रयोग कर चुके हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के बांदा में बतौर जिलाधिकारी "पेड जियाओ' अभियान शुरु किया था।

साल 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुंबई की चेंबूर और अणुशक्तिनगर सीट पर हरित चुनाव कराने का सफल प्रयोग किया। ‘दैनिक भास्कर’ कार्यालय में चर्चा के दौरान हीरा लाल ने हरित चुनाव की परिकल्पना और पर्यावरण संरक्षण को लेकर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि मेरा व्यक्तिगत अनुभव है कि यदि सरकारी अधिकारी किसी अच्छे काम के लिए पहल करते हैं तो जनता उसकों हाथों- हाथ लेती है। मेरा मकसद- लोगों के दिल, दिमाग और सोच में हरित चुनाव पैदा करना है।

प्रशासन संभालने के साथ पर्यावरण संरक्षण

प्रशासनिक कामकाज के बीच पर्यावरण संरक्षण का कार्य कितना मुश्किल होता है। इस सवाल पर डा लाल कहते हैं मुझे पर्यावरण से प्यार हो गया है। मैं किसान परिवार से हूं। मेरा बचपन गांव में बिता है। इसलिए मुझे पेड़, तालाब और कुएं का महत्व अच्छी तरह से पता है। लेकिन मेरा पर्यावरण से गहरा संबंध यूपी के बांदा में जिलाधिकारी रहते हुआ। बांदा में पानी की समस्या विकट थी। इस समस्या से निपटने के लिए काफी काम किया। इससे इस जिले में जलस्तर रिकार्ड बढ़ गया। आमतौर पर लोग पेड़ लगाओ अभियान चलाते हैं लेकिन मैंने "पेड़ जियाओ' अभियान शुरू किया। क्योंकि पौधा रोपड के साथ सबसे जरुरी यह बात है कि वह पेड़ बचे। केवल पेड़ लगाने भर से काम नहीं चलेगा। साथ ही यहां पर ऑक्सीजन पार्क भी बनाया।

विधानसभा चुनाव में मुंबई की दो सीटों पर हरित चुनाव

डा हिरालाल बताते हैं कि मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब की आनंदपुर साहिब सीट पर केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में हरित चुनाव कराने का प्रयास किया था। लेकिन आनंदपुर साहिब सीट देहाती क्षेत्र है। जबकि मुंबई के जिन दो विधानसभा क्षेत्रों का मुझे प्रभारी बनाया गया, वह शहरी इलाके हैं। इसलिए मैंने हरित चुनाव कराने और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए नई रणनीति अपनाई। इसके लिए अलग-अलग 20 गतिविधियां शुरु की। मैं मुंबई के दोनों सीटों पर हर दिन पार्क में जाकर लोगों के बीच हरित चुनाव के बारे में चर्चा की। पान की दुकान, कपड़ा प्रेस करने वाले जैसे अलग-अलग क्षेत्रों को चिन्हित किया। इनके जरिए चुनाव में मतदान के लिए अपील की गई। लोगों से पौधा दान लेकर मतदान के दिन बूथ पर वोटिंग करने वाले मतदाताओं को बांटा गया।

नदी जोड़ो परियोजनाओं से बदल सकती है तस्वीर

डा लाल कहते हैं कि मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि नदी जोड़ो परियोजना से लाभ होगा। क्योंकि जिस क्षेत्र में अतिरिक्त पानी होगा, वहां का पानी जहां पर कम जल उपलब्ध है, उन इलाकों में पहुंचाया जा सकता है। बशर्ते इस दिशा में इमानदारी से काम किया जाए।

छुट्टी के दिन मॉडल गांव परियोजना के लिए कार्य

डा लाल बताते हैं कि मैं निजी स्तर पर एक संस्था के माध्यम से मॉडल गांव परियोजना चलाता हूं। विलेज मेनीफेस्टो तैयार करके गांवों की सफाई, पढ़ाई, रोजगार, जैविक उत्पाद, वृक्षारोपण, ग्राम समस्या और समाधान आदि बिंदुओं पर काम किया जाता है। फिलहाल प्रतापगढ़, सहारनपुर, शाहजहांपुर समेत दूसरे जिलों की 38 ग्राम में मॉडल गांव परियोजना शुरू है। छुट्टी के दिन मैं यह कार्य करता हूं। इसकी सरकारी ड्यूटी से संबंध नहीं है। पर यह कार्य कर मुझे खुशी होती है।

मुश्ताक खान अपहरण मामले से चर्चा में डा हिरा लाल

हाल ही में फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान का मेरठ में अपहरण हो गया था। अपहरकर्ताओं के चंगुल से छूटे खान अपराधियों को जेल पहुंचाना चाहते थे पर उन्हें इस मामले में कोई मदद नहीं मिल रही थी। इसी दौरान मुस्ताक की मुलाकात आईएएस अधिकारी डा हिरालाल से हुई। इन दिनों मुश्ताक खान अपने टीवी इंटरव्यू में डा लाल की तारीफ करते नहीं थकते। मुश्ताक खान कहते हैं कि इस मामले में डा लाल की कोशिशों से ही मेरे अपहरणकर्ता आज जेल में हैं। इस अपहरण कांड को लेकर डा लाल कहते हैं कि मैंने मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की और उन्हें कहा कि यह उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठा का सवाल है। इस तरह की गतिविधियों से यूपी की छबि खराब होगी। इस लिए इस मामले में अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।


Created On :   28 Dec 2024 9:00 PM IST

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