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Mumbai News: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के उम्मीदवार होंगे उद्धव गुट के भास्कर जाधव

- विपक्ष के नेता पर आखिरी फैसला विधानसभा अध्यक्ष का होगा
- नेता प्रतिपक्ष के उम्मीदवार होंगे उद्धव गुट के भास्कर जाधव
Mumbai News. महाविकास आघाडी में विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद को लेकर पिछले तीन महीनों से चला आ रहा गृह युद्ध थम गया है। शिवसेना (उद्धव) ने विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद पर दावा ठोकते हुए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र दिया है, जिसमें भास्कर जाधव को विपक्ष के नेता के पद पर नियुक्त करने की मांग की है। खबर है कि सोमवार तक उद्धव गुट ने विपक्ष के नेता के पद को लेकर अपने सहयोगी दलों कांग्रेस और राकांपा (शरद) से कोई बात भी नहीं की थी, जिसको लेकर दोनों दलों ने नाराजगी जताई थी। लेकिन सोमवार देर शाम आघाडी के तीनों ही दलों के नेताओं की बैठक में फैसला हुआ कि विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद पर उद्धव गुट अपना उम्मीदवार उतरेगा। हालांकि विपक्ष के नेता पद पर आखिरी फैसला विधानसभा अध्यक्ष का होगा। महाविकास आघाडी में शामिल तीनों दलों में से किसी भी दल के पास नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए आवश्यक संख्या नहीं है। इसके अलावा तीनों ही दल यह भी तय नहीं कर पा रहे थे कि विधानसभा में विपक्ष के नेता का उम्मीदवार किस पार्टी से होना चाहिए। नागपुर में हुए शीतकालीन सत्र में इसको लेकर शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री फडणवीस से मिलकर विपक्ष का नेता का पद देने की मांग की थी। आखिरकार 3 महीने के बाद विधानमंडल के बजट सत्र में ठाकरे गुट ने नेता प्रतिपक्ष पर दावा ठोका। इस बीच उद्धव गुट के विधायकों ने मंगलवार शाम विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से मुलाकात कर भास्कर जाधव को नेता प्रतिपक्ष के पद पर नियुक्त करने की मांग की। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर ही लेंगे। वहीं प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नाना पटोले ने कहा कि उद्धव गुट ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पर दावा ठोका है, लेकिन विधान परिषद में हमारे विधायकों की संख्या ज्यादा है, लिहाजा परिषद में विपक्ष के नेता के पद पर हम अपना उम्मीदवार उतारेंगे।
कौन हैं भास्कर जाधव?
भास्कर जाधव की गिनती उद्धव ठाकरे के करीबी नेताओं में गिनती होती है। जाधव साल 1995 में पहली बार रत्नागिरी के चिपलुन से राकांपा (अविभाजित) से विधायक चुने गए। इसके बाद साल 2006 में वह विधान परिषद से भी चुने गए। साल 2009 में जाधव शहरी विकास राज्य मंत्री भी बने, जबकि 2013 में वह राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष भी बने। इस बीच साल 2019 में भास्कर शरद पवार का साथ छोड़कर शिवसेना (उद्धव) में शामिल हो गए। कुछ दिनों पहले जाधव के उद्धव गुट छोड़ने की खबरें थी, लेकिन उन्होंने ठाकरे का साथ छोड़ने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद ठाकरे ने उन्हें महत्वपूर्ण पद देने का फैसला किया है।
Created On :   4 March 2025 9:47 PM IST