- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- 11 हजार ऑटोरिक्शा और एक लाख मोबाइल...
Mumbai News: 11 हजार ऑटोरिक्शा और एक लाख मोबाइल नम्बर खंगालने के बाद सुलझी बच्चे के अपहरण की गुत्थी
- मुख्य आरोपी ऑटोरिक्शा चालक और उसकी दो पत्नी समेत 4 आरोपी गिरफ्तार
- 5 लाख रुपए में बेचने के मकसद से बच्चे का अपहरण
Mumbai News. दिवाकर सिंह। वनराई इलाके से सप्ताह भर पहले सवा महीने के बच्चे के अपहरण की गुत्थी मुंबई पुलिस ने सुलझा ली है। मुख्य आरोपी ऑटोरिक्शा चालक समेत 4 आरोपियों को पुलिस ने मालवणी से गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान ऑटो चालक राजू भानुदास मोरे (47) मंगल राजू मोरे (राजू की पहली पत्नी), फातिमा जिलानी शेख (राजू की दूसरी पत्नी) और मोहम्मद आसिफ मोहम्मद उमर खान(42,प्लंबर) के रूप में हुई है। अपहरण की गुत्थी सुलझाने के लिए वनराई पुलिस स्टेशन की ८ टीमों ने लगातार 6 दिन तक दिन-रात कड़ी मेहनत की और इस दौरान 11 हजार ऑटोरिक्शा और एक लाख मोबाइल नंबर खंगाले गए। अपहरण के समय मुख्य आरोपी ने पीली हुडी पहनी थी। इसी हुडी की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंची और बच्चे को सही-सलामत छुड़ाने में सफलता मिली।
चाइल्ड ट्रैफिंग का शक
पुलिस जांच में पता चला कि बच्चे का अपहरण उसे 5 लाख रुपए में बेचने के इरादे से किया गया था। पुलिस को शक है कि आरोपी चाइल्ड ट्रैफिकिंग का रैकेट चला रहे थे। जोन-12 की डीसीपी स्मिता पाटील ने बताया कि जांच के दौरान मिले तकनीकी सुरागों से आरोपियों को पकड़ने में मदद मिली।
राजू और फातिमा ने चुराया बच्चा
वनराई पुलिस के मुताबिक सुरेश सलाट और उनकी पत्नी सोनी 2 मार्च को गुजरात से चादर बेचने के लिए मुंबई आए थे। वसई जाने के लिए लोकल नहीं मिली तो बच्चे के साथ दंपती पश्चिम एक्सप्रेस हाइवे पर मौजूद बस स्टॉप पर सो गया। 3 मार्च को तड़के 4.30 बजे जब वे गहरी नींद में थे, इसी दौरान पीली हुडी से चेहरा ढके राजू और फातिमा आए और बच्चे को लेकर फरार हो गए। सुबह सलाट की नींद खुली तो बच्चा नहीं मिला। इसकी शिकायत दंपती ने वनराई पुलिस स्टेशन में की। पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया।
सीसीटीवी फुटेज से नहीं हुई पहचान
आरोपी ने चेहरा ढक रखा था, इसलिए सीसीटीवी फुटेज से उसकी पहचान नहीं हो पाई। इसके बाद पुलिस ने अपहरणकर्ताओं का पता लगाने के लिए नवी मुंबई, ठाणे और मुंबई आरटीओ में दर्ज करीब 11 हजार ऑटोरिक्शा को खंगाला। इस दौरान उन्हें करीब एक लाख मोबाइल नंबर मिले। इन नंबरों के विश्लेषण और मुख्य आरोपी की हुडी से मिले सुराग से आरोपियों के मालवणी में होने की जानकारी मिली।
मोरे के घर बच्चा मिला
इसके बाद पुलिस की चार टीम मालवणी के अम्बुजवाडी में भेजी गईं। पुलिस ने राजू के घर से बच्चे को बरामद किया। जांच में पता चला कि आसिफ मोहम्मद ने भरोसा दिया था कि बच्चे के बदले वह राजू को पांच लाख रुपए देगा।
Created On :   11 March 2025 9:07 PM IST