Mumbai New: उद्धव ठाकरे ने 2019 में चुनाव से पहले ही पवार से हाथ मिलाने का फैसला कर लिया था

उद्धव ठाकरे ने 2019 में चुनाव से पहले ही पवार से हाथ मिलाने का फैसला कर लिया था
  • साल 2014 में ऐसा क्या हुआ कि भाजपा ने हमसे गठबंधन तोड़ा- राऊत
  • राऊत का पलटवार

Mumbai News. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। फडणवीस ने कहा कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले ही उद्धव ठाकरे ने राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार के साथ हाथ मिलाने की कोशिश शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा के उस समय 120 विधायक चुनकर आते तो ठाकरे हमें कभी नहीं छोड़ते। जब ठाकरे को एहसास हुआ कि वह कांग्रेस और राकांपा (अविभाजित) के साथ मिलकर सरकार बना सकते हैं तो फिर उन्होंने अपना रुख बदल लिया और उनके साथ सरकार बना ली। फडणवीस के बयान पर शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राऊत ने कहा कि साल 2019 की बात छोड़िए पहले यह बताइए कि साल 2014 में ऐसा क्या हुआ कि भाजपा ने हमसे गठबंधन तोड़ लिया था।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में हमने और शिवसेना (अविभाजित) ने एक साथ चुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा कि मुझे चुनाव के पहले ही जानकारी मिली थी कि उद्धव शरद पवार के संपर्क में हैं और चुनाव बाद उनसे हाथ मिला सकते हैं। चुनाव परिणाम के बाद ऐसा ही हुआ। भाजपा ने इस चुनाव में 105 सीटें जीती, जबकि शिवसेना (अविभाजित) को 56 सीटें ही मिली। फडणवीस ने कहा कि जब ठाकरे को लगा कि हम उनके बगैर सरकार स्थापित नहीं कर सकते हैं तो उन्होंने मुख्यमंत्री पद का राग अलापते हुए कांग्रेस और राकांपा (अविभाजित) के साथ मिलकर सरकार स्थापित कर ली। उन्होंने कहा कि अगर इस चुनाव में भाजपा के 120 विधायक चुनकर आते तो फिर ठाकरे हमें कभी नहीं छोड़कर जाते। उन्होंने कहा कि जब ठाकरे को एहसास हुआ कि हम उनके बगैर सरकार स्थापित नहीं कर सकते हैं तो उन्होंने अपना सुर बदल लिया।

उधर फडणवीस के बयान पर उद्धव गुट सांसद संजय राऊत ने कहा कि फडणवीस 2019 की बात करते हैं। लेकिन पहले वह ये बताएं कि 2014 में ऐसा क्या हुआ था कि भाजपा ने हमसे गठबंधन तोड़ लिया था। राऊत ने कहा कि वैसे बहुत समय बीत गया है लेकिन अगर उस समय गृहमंत्री अमित शाह ने अपना वादा निभाया होता तो 2019 में यह घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि साल 2014 में बालासाहेब ठाकरे के निधन के बाद पहला चुनाव था लेकिन भाजपा ने हमारे साथ गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ा। राऊत ने कहा कि फडणवीस पर जीत का नशा चढ़ा हुआ है। लेकिन मुझे लगता है कि जल्द ही उनकी यह समस्या खत्म होने वाली है।

Created On :   9 Feb 2025 8:23 PM IST

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