घरों की बिक्री में मुंबई पिछड़ी, पुणे हुआ नंबर-1

घरों की बिक्री में मुंबई पिछड़ी, पुणे हुआ नंबर-1
  • जनवरी से जून के बीच बिके 45000 घर
  • मुंबई-दिल्ली में बिके औसतन 22000 घर
  • हैदराबाद-बेंगलुरु में बिके 38000 घर

डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भले ही हजारों करोड़ों के घर बिक रहे हैं लेकिन घरों की बिक्री के मामले में मुंबई अन्य शहरों के मुकाबले पिछड़ रहा है। इस मामले में पुणे नंबर-1 साबित हुआ है। रियल एस्टेट के जानकारों का कहना है कि मुंबई से महज कुछ ही घंटों की दूरी पर पुणे शहर मौजूद है। यह शहर किफायती होने के साथ ही यहाँ पर रोजगार के साधन भी पिछले कुछ वर्षों में बढे हैं। जिससे युवा पीढ़ी का आकर्षण यहाँ घरों की खरीदी को लेकर बढ़ा है।सीआरई मैट्रिक्स की पहली छमाही रिपोर्ट में यही चौकाने वाली जानकारी सामने आई है। जनवरी से जून के बीच घरों की बिक्री के आंकड़ों को देखे तो इस दौरान पुणे में 45 हजार घरों की बिक्री हुई है। जबकि हैदराबाद- बेंगलुरु में करीब 38 हजार -40 हजार घर तो वहीं मुंबई में 22 हजार और दिल्ली में 21 हजार घर बिके हैं।

रियल एस्टेट के विशेषज्ञों का कहना है कि मुंबई से महज कुछ ही दूरी पर मौजूद पुणे सबसे सस्ता शहर है। पिछले कुछ वर्षों में यहाँ पर तेजी से विकास हुआ है साथ ही रोजगार और यातायात के साधन भी उपलब्ध हुए हैं। महाराष्ट्र सरकार का नया यूडीसीपीआर (यूनिफाइड डेवलपमेंट कंट्रोल प्रमोशन रेगुलेशन फॉर महाराष्ट्र स्टेट) आने से इमारतों की ऊंचाई पर लगा प्रतिबंध हटा है। जिससे यहां गगनचुंबी रिहायशी इमारत बन रही है। जिससे यहाँ पर किफायती दरों में ज्यादा समय पर बनकर मिल रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में अधिक संख्या में अन्य शहरों से लोग पुणे में नौकरी के लिए पलायन कर रहे हैं। यहाँ पर ऑफिस बन रहे हैं। वेयर हाउस बन रहे हैं। टेस्ला ने भी यहाँ जगह ली हैं। जिससे रोजगार के साधन तेजी से यहाँ बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि पुणे एक ऐसा शहर है जहाँ पर समुद्र नहीं है फिर भी यहाँ पर वेयर हाउस,ऑटो मोबाइल,मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है। ये सब चीजें वहां पर होती है जहां पर समुद्र होता है लेकिन ये सब पुणे में हैं क्योकि पुणे, मुंबई से बहुत ही नजदीक है। यहाँ जगह होने से पुणे बहुत सारी इंडस्ट्री को आकर्षित कर रही है। इस सभी कारणों के चलते पुणे में काफी ग्रोथ कुछ वर्षों में हुआ है।

उस्मान इस्लाम कुरैशी, सीईओ , शाद ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज के मुताबिक मुंबई में जगह की कमी है यहाँ पार्किंग और इंफ्रास्ट्रक्टर का लोड बहुत हैं। ट्रैफिक और बढ़ते प्रदुषण के कारण लोग यहाँ रहना नहीं चाहते हैं। जो सुविधाएं पहले मुंबई में मिलती थी उससे अच्छी सुविधाएं पुणे में मिल रही है। सुरक्षित शहर होने के साथ ही यहाँ पर किफायती दरों में घर भी मिल जाते हैं जो घरों की बिक्री अधिक होने की मुख्य वजह है।

अभिषेक किरण गुप्ता , सीईओ , सीआरई मैट्रिक्स के मुताबिक पुणे एक नया शहर है तो लोग चाहते हैं की हम नया घर ख़रीदे , पुराने घर में रहकर लोग बौर हो गए हैं। मुंबई पुराना शहर होने के साथ ही यहाँ पर जगह की कमी हो गई है। नए घर बनाने का स्कोप बहुत कम है। युवा वर्ग नहीं चाहता की वो पुराने बिल्डिंग में घर खरीदे। आज लोगों का स्टैण्डर्ड ऑफ़ लिविंग ऐसा हो गया है की लोगों को घर में या फिर काम्प्लेक्स में स्वीमिंग पूल ,लायब्ररी सहित अन्य आराम दायक सुविधाएँ एक ही छत के नीचे मिले। लोगों के पास आ रहा नया पैसा उन्हें नए घरों की ओर आकर्षित कर रहा है।

ब्रिजेश सिंह , मैनेजिंग डायरेक्टर, डैस्कॉन रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड, पुणे के मुताबिक मुंबई के मुकाबले पुणे शहर किफायती है। पर्यावरण के लिहाज से भी अच्छा है। यहाँ कॉर्पोरेट बिल्डर्स बहुत आ गए जो पहले नहीं थे। घरों का पजेशन समय पर मिल जाता है। रियल एस्टेट प्रोजेक्ट से संबंधित परमिशन और प्रक्रियाएं समय पर पूरी हो जाती है। पुणे में 2 बीएचके का फ्लैट 50 लाख में भी मिल जायेगा। जबकि मुंबई में ऐसा अब नहीं है।

Created On :   3 Sept 2023 3:58 PM IST

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