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अंगदान महादान: नाबालिग को डॉक्टरों ने घोषित किया था ब्रेन डेड, पिता ने किया अंगदान, 4 को नया जीवन
- दिल, किडनी, लिवर प्रत्यारोपण से 4 को नया जीवन
- युवराज ने चार जिंदगियों में फूंक दी नई जान
डिजिटल डेस्क, मुंबई। नई मुंबई में एक बहुत ही भावुक और इंसानियत की भावनाको मजबूत करने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, यहां एक पिता ने अपने 17 साल के बेटे युवराज के ब्रेनडेड घोषित होने के बाद उसके अंगों को दान कर दिया। पिता ने इस अंगदान का फैसला दूसरों को नई जिंदगी देने के लिए लिया। पिता की सहमति से बेटे के दिल, लिवरऔर किडनी को दान कर जिंदगी और मौत से जूझ रहे 4 लोगों को नई जिंदगी दी है। 17 वर्षीय युवराज मधुभाई बयाड (राजपूत) अपने परिवार के साथ ओल्ड पनवेल में रहता था। वह सोमवार को देर रात एमजीएम अस्पताल के समीप एक सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हो गया था। घायलावस्था में उसे इलाज के लिए कामोठे स्थित एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद भी युवराज की हालत में कोई सुधार न होने के बाद गुरुवार रात को उसे ब्रेनडेड घोषित किया गया। युवराज के चचेरे भाई डॉ. ध्रुपेंद्र सिंह ने बताया कि युवराज के ब्रेनडेड घोषित होने के बाद अस्पताल प्रशासन की ओर से उनके पिता को अंगदान के महत्व के बारे में बताया गया। इस महत्व को समझते हुए युवराज के पिता ने उसके अंगों को दान करने का निर्णय लिया। दुःख की इस घड़ी में पिता द्वारा लिए गए इस साहसिक निर्णय की सराहना करते हुए अस्पताल प्रशासन ने युवराज के शव को सम्मान के साथ विदा किया।
252 दिन में 41वां अंगदान
जोनल ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेशन सेंटर (जेडटीसीसी) के मुताबिक इस साल 252 दिन में 41वां अंगदान सफल रहा है। सिर्फ इसी महीने में तीन ब्रेनडेड मरीजों का अंगदान हुआ है। बीते कुछ वर्षों में अंगदान में तेजी आई है। 2022 के मुकाबले 2023 में ज्यादा अंगदान हुए हैं। 2023 में हुए 50 ब्रेन डेड मरीजों के अंगदान से 144 लोगों को नई जिंदगी मिली। जबकि वर्ष 2022 में 47 ब्रेन डेड मरीजों के अंगदान से 124 लोगों को जिंदगी मिली थी।
Created On :   13 Sept 2024 9:51 PM IST