Mumbai News: कब खत्म होगी एकनाथ शिंदे की नाराजगी !, सीएम की बैठकों में नहीं हो रहे है शामिल

कब खत्म होगी एकनाथ शिंदे की नाराजगी !, सीएम की बैठकों में नहीं हो रहे है शामिल
  • मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई बैठकों में शामिल नहीं हो रहे हैं शिंदे
  • एकनाथ शिंदे की नाराजगी
  • वर्षा बंगले में क्यों नहीं जा रहे हैं फडणवीस- राऊत

Mumbai News. राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं शिवसेना (शिंदे) प्रमुख एकनाथ शिंदे की नाराजगी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। शिंदे पिछले सप्ताह हुई मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। इसके अलावा वह मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई अन्य बैठकों में भी शामिल नहीं हो रहे हैं। सोमवार को भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोशल वार रूम में एक बैठक बुलाई थी, जिसमें फडणवीस के अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे को शामिल होना था। इस बैठक में अजित पवार तो शामिल हुए लेकिन एकनाथ शिंदे बैठक में नहीं पहुंचे। बैठक में शिंदे की कुर्सी खाली ही दिखाई दी। इसके अलावा शिंदे ने सोमवार को नगर विकास विभाग और जल आपूर्ति विभाग की बैठक भी बुलाई थी, लेकिन उन्होंने उसे भी रद्द कर दिया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिरकार शिंदे नाराज क्यों हैं।

राजनीतिक गलियारों में पिछले कई दिनों से चर्चा है कि शिंदे मुख्यमंत्री फडणवीस द्वारा बुलाई गई बैठकों में शामिल क्यों नहीं हो रहे हैं? हालांकि उनकी अनुपस्थिति का कारण अभी तक पता नहीं चला है। पिछले सप्ताह जब मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई थी तो शिंदे ने बैठक के दिन ही उसमें शामिल होने से इंकार कर दिया था। हालांकि इसके बाद शिंदे ने दो-तीन बैठक में हिस्सा भी लिया लेकिन ये बैठकें उन्होंने सिर्फ पालकमंत्री और अपने विभाग के तहत ही बुलाई थी। शिंदे मुख्यमंत्री फडणवीस द्वारा बुलाई गई बैठकों से ज्यादा कन्नी काटते हुए दिखाई दे रहे हैं। सोमवार को भी मुख्यमंत्री ने सोशल वॉर रूम में बैठक बुलाई थी। इस बैठक में अजित पवार और एकनाथ शिंदे को शामिल होना था। अजित तो बैठक में शामिल हुए लेकिन शिंदे की कुर्सी उनके मौजूद नहीं रहने से खाली ही दिखाई दी।

क्या शिंदे की इसलिए है नाराजगी?

शिवसेना (शिंदे) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राज्य में जब विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया था और महायुति के तीनों दलों ने बंपर बहुमत हासिल किया था तो शिंदे चाहते थे कि कम से कम उन्हें एक साल के लिए मुख्यमंत्री का कार्यकाल दिया जाए। इस नेता ने यह भी कहा कि चुनाव से पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य में दोबारा सत्ता आने पर उचित सम्मान देने की बात भी कही थी लेकिन चुनाव परिणाम के बाद देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बन गए। इसके अलावा हमें महत्वपूर्ण विभाग और फिर पालकमंत्री पद भी नहीं मिले। इसी को लेकर हुए विवाद से शिंदे की नाराजगी के मुख्य कारण माने जा रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा शिंदे गुट के मंत्रियों के निजी सचिव और ओएसडी तय करने को लेकर भी शिंदे की नाराजगी देखने को मिली है। अब मंगलवार को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं कि शिंदे इस बैठक में शामिल होते हैं या नहीं।

वर्षा बंगले में क्यों नहीं जा रहे हैं फडणवीस- राऊत

शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राऊत ने वर्षा बंगले को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें सीएम बने दो महीने हो गए हैं लेकिन वह वर्षा बंगले में क्यों नहीं जा रहे हैं। राऊत ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस बात की जांच करनी चाहिए कि मुख्यमंत्री वर्षा में जाने से क्यों डरते हैं? वर्षा बंगले पर ऐसा क्या हुआ कि फडणवीस को वहां जाने से डर लग रहा है। उन्होंने कहा कि एक फिल्म आई थी दो गज जमीन के नीचे। दो फीट जमीन के अंदर क्या है, जांच करना चाहिए। राम गोपाल वर्मा को वहां जाकर फिल्म बनानी चाहिए।

Created On :   3 Feb 2025 10:50 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story