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Mumbai News: तहकीकात - जिनके नंबरों से कॉल किए, उन्हीं से मिला कातिल का सुराग
- ट्रांबे में पत्नी का कत्ल करने वाला ऐसे पकड़ा गया चेन्नई में
- मिला कातिल का सुराग
Mumbai News. अपराधी कई बार अपने फोन बंद कर देते हैं। फिर किसी राहगीर से मोबाइल लेकर अपनों को कॉल कर बैठते हैं। यहीं से वह खुद का सुराग दे बैठते हैं। ट्रांबे पुलिस ने 30 साल की राजश्री नामक महिला के मर्डर की गुत्थी ऐसे ही सुलझाई। इस केस में इसके पति अमोल पवार को चेन्नई से पकड़ा गया।
राजश्री का 29 नवंबर को उन्हीं के घर मर्डर कर दिया गया था। मर्डर के बाद आरोपी ने घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया और भाग गया। डीसीपी नवनाथ धवले को जब इस हत्याकांड का पता चला, तो उन्होंने सीनियर इंस्पेक्टर गंगाराम वलवी और सब-इंस्पेक्टर शरद नानेकर को जांच करने का जिम्मा सौंपा। पुलिस ने रिश्तेदारों से अमोल का मोबाइल नंबर लिया, लेकिन वह बंद था। इसलिए उसका लोकेशन मिल नहीं रहा था।
पुलिस ने जब आरोपी की पृष्ठभूमि निकाली, तो पता चला कि वह आर्थिक रूप में तंग है। ऐसे में यह माना गया कि संभव है वह किसी न किसी को रुपयों के लिए कॉल करे। इसलिए पुलिस ने उसके दो करीबी रिश्तेदारों को भरोसे में लेते हुए उनके मोबाइल नंबर अपने पास रख लिए। पुलिस का यह फैसला तब सही निकला, जब अमोल ने 1 दिसंबर को एक रिश्तेदार के नंबर पर कॉल किया। रिश्तेदार उस वक्त पुलिस स्टेशन में ही था। दो मिनट तक बात हुई। फिर फोन कट हो गया।
पुलिस ने जब इस नंबर का लोकेशन निकाला, तो वह नई दिल्ली का निकला। नंबर किसी स्टूडेंट के नाम रजिस्टर्ड था। पुलिस ने उस नंबर पर जब कॉल बैक किया और पूछा कि जिसने तुम्हारे नंबर से अभी कॉल किया था, वह इस वक्त कहां है, तो वह बोला कि वह तो कहीं निकल गया है।
उप निरीक्षक शरद नानेकर के अनुसार, इसके बाद हमारी एक टीम नई दिल्ली के लिए रवाना हुई। उस स्टूडेंट को बुलाया कि तुम्हारा नंबर आरोपी ने दिल्ली में कहां पर लिया था। इसके बाद पुलिस ने उस जगह से आगे के सीसीटीवी फुटेज देखे, तो आरोपी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की तरफ जाता दिखा। पुलिस ने इसके बाद दिल्ली रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज देखे। लेकिन आरोपी का चेहरा भीड़ की वजह से कहीं दिखा नहीं।
6 दिसंबर को आरोपी का फिर किसी अनजान नंबर से मुंबई में अपने एक रिश्तेदार को फोन आया। ट्रांबे पुलिस ने जब उस नंबर का लोकेशन निकाला, तो वह चेन्नई रेलवे स्टेशन का निकला। फौरन चेन्नई आरपीएफ को अलर्ट किया गया और आरोपी अमोल पवार का फोटो उन्हें भेजा गया। चंद मिनट में आरपीएफ ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया और कुछ घंटे बाद मुंबई पुलिस के वहां पहुंचते ही उसे सौंप दिया।
अमोल पवार ने आखिर अपनी पत्नी की हत्या क्यों की? पुलिस ने जब उससे पूछताछ की और उसके परिवार से भी उसकी पृष्ठभूमि निकाली, तो सारा सच सामने आ गया। अमोल सातारा जिले के एक गांव का मूल निवासी है। लेकिन काम के सिलसिले में कई साल पहले मुंबई आ गया। उसने राजश्री से शादी की। उसके दो बच्चे हैं। वह नवी मुंबई में एपीएमसी मार्केट में हमाल का काम करता था। इसके अलावा वह लोगों को बुजुर्गों के लिए केयर टेकर के रूप से काम दिलाने का भी काम करता था। बदले में ऐसे लोगों से कमिशन लेता था। उसे जुए की आदत थी, साथ ही शराब भी बहुत पीता था। इसलिए तंगी में हमेशा रहता था। वह अक्सर पत्नी राजश्री से उसके गहने मांगता था, ताकि उन्हें गिरवी रखकर वह किसी से रुपये उधार ले सके। लेकिन पत्नी को पता था कि वह रकम जुए और शराब में डूबा देगा। इसलिए पत्नी ने उसे अपने आभूषण देने से मना कर दिया। इसी में 29 नवंबर को उसका झगड़ा हुआ और उसी में उसने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। उसके दोनों बच्चे उस वक्त घर पर नहीं थे।
कत्ल के बाद उसे अहसास था कि वह अपने मोबाइल लोकेशन से पकड़ा जा सकता है। इसलिए मोबाइल बंद कर दिया । वह अलग-अलग रास्तों से पहले दिल्ली और फिर चेन्नई पहुंचा। उसने अपना मोबाइल वहां भी ओपन नहीं किया, लेकिन उसकी सारी होशियारी धरी की धरी रह गई और वह अंतत: कानून की गिरफ्त में आ गया।
Created On :   5 Jan 2025 10:05 PM IST