आरटीआई से खुलासा: कैसे पूरा होगा मुंबई को 2025 में टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य, साढ़े तीन साल में अस्पताल से भागे 83 मरीज

कैसे पूरा होगा मुंबई को 2025 में टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य, साढ़े तीन साल में अस्पताल से भागे 83 मरीज
  • परिवार ने फेर लिया मुंह, कोई मिलने-जुलने नहीं आता
  • अस्पताल का सूनापन भी बड़ी वजह
  • साढ़े तीन साल में टीबी अस्पताल से भागे 83 मरीज

डिजिटल डेस्क, मुंबई. केंद्र सरकार ने 2025 में मुंबई को टीबी (तपेदिक) मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। टीबी मरीजों के समुचित उपचार के बिना यह लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता। दवाई और अस्पतालों में जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हर साल करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। वैसे तपेदिक मरीजों को लेकर सूचना अधिकार कानून (आरटीआ) से हासिल जानकारी में चौंकानेवाला खुलासा हुआ है। बीते साढ़े तीन साल में मुंबई के शिवड़ी टीबी अस्पताल से 83 मरीज भाग गए हैं। इन मरीजों में पुरुषों की संख्या ज्यादा है। इन मरीजों के भागने की वजह अकेलापन है। परिवार के लोगों ने इनसे मुंह मोड़ लिया है। अस्पताल भी इन्हें सूने लगते हैं। आरटीआई कार्यकर्ता चेतन कोठारी ने शिवड़ी टीबी अस्पताल से जानकारी मांगी थी कि बीते साढ़े तीन साल में कितने मरीज अस्पताल से भागे हैं। प्रशासन ने बताया कि 78 पुरुष और 5 महिलाएं अस्पताल से भाग गईं।

विजिटर समय में भागते हैं मरीज

अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि ठीक हो चुके कई मरीजों को उनके परिजन लेने नहीं आते हैं। ऐसे लोगों को पुनर्वास केंद्र भी स्वीकार नहीं करते हैं। ऐसे लोगों के लिए शिवड़ी अस्पताल में अलग वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड के लोग अस्पताल के कपड़े नहीं पहनते हैं। इसी का फायदा उठा कर विजिटर टाइम में ये भाग जाते हैं।

पुलिस में की जाती है शिकायत

मुंबई मनपा (बीएमसी) स्वास्थ्य विभाग की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दक्षा शाह ने बताया कि मरीजों के अस्पताल से भागने को प्रशासन गंभीरता से लेता है। इनके लापता होने की शिकायत पुलिस से की जाती है।

पूरा उपचार नहीं कराते

अस्पताल के एक अधिकारी के मुताबिक कई मरीज पूरा उपचार नहीं कराते हैं। वर्ष 2017 से 2023 के बीच तीन हजार से अधिक टीबी मरीज इलाज कराने के बजाय चिकित्सा सलाह के आधार पर घर चले गए हैं।

की जाती है काउंसलिंग

डॉक्टरों का कहना है कि जब मरीज घर जाने की जिद करते हैं तो हम उनकी काउंसलिंग करते हैं। ऐसे मरीज न केवल दवा प्रतिरोधी टीबी विकसित करने का जोखिम उठाते हैं, बल्कि अपने प्रियजनों और अन्य लोगों को भी संक्रमित कर सकते हैं।

साढ़े तीन साल में अस्पताल से भागे मरीज

वर्ष पुरुष महिला कुल

2021- 9- 2 - 11

2022 -24- 1- 25

2023- 34 -1 - 35

2024- 11- 1- 12

Created On :   6 Aug 2024 10:20 PM IST

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