कैश फॉर जॉब: नीलम गोर्हे का सचिव बताकर 25 लाख की धोखाधड़ी, नौकरी दिलाने के नाम लिए थे पैसे

नीलम गोर्हे का सचिव बताकर 25 लाख की धोखाधड़ी, नौकरी दिलाने के नाम लिए थे पैसे
  • आरोपी विधान भवन का निलंबित कर्मचारी
  • रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम लिए थे पैसे

डिजिटल डेस्क, मुंबई. विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोर्हे का सचिव बताकर 25 लाख रुपए की ठगी करनेवाले के खिलाफ विक्रोली पुलिस में मामला दर्ज हुआ है। आरोपी सचिन चिखलकर ने शिकायकर्ता की पत्नी को रेलवे में नौकरी दिलाने का वादा किया था। इसकी ऐवज में पैसा ले लिया लेकिन नौकरी नहीं लगा पाया। इसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने अदालत का रुख किया, जहां से आदेश मिलने के बाद विक्रोली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार आरोपी को कांदिवली के एक पुराने प्रकरण में नौकरी से निलंबित किया गया है।

आरोपी विधान भवन का निलंबित कर्मचारी, रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम लिए थे पैसे

विक्रोली टैगोर नगर के निवासी संदीप सलते को उनके ही इलाके में रहने वाले एक परिचित संजय कोली ने बताया कि रेलवे में भर्ती निकली है। यह काम विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोर्हे का सचिव सचिन चिखलकर करा देगा। संदीप ने अपनी पत्नी की नौकरी के लिए बात की और जिसमें बताया गया कि रेलवे में क्लर्क की नौकरी के लिए 25 लाख और टिकट पर्यवेक्षक (टीसी) पद पर नियुक्ति के लिए 40 लाख रुपया लगेगा। इसके लिए परिचित ने संदीप को विधान परिषद ले जाकर सचिन से भेंट भी कराई।

शुरू हुआ पैसे लेने का काम

शिकायकर्ता ने बताया कि उसे कुछ दिनों बाद घाटकोपर में बुलाया गया और वहां उन्हें 25 लाख रुपए का बजट दिया। इसके बाद संदीप की पत्नी के कागजात मंगाए, आरोप है कि उसे फर्जी हॉल टिकट भेजा गया। इसके बाद शिकायकर्ता को भुसावल बुलाकर परीक्षा ली गई। कुछ दिन बाद बताया गया कि संदीप की पत्नी का रेलवे में चयन हो गया है। लेकिन एक दिन फिर अचानक बताया कि पीयूष गोयल को रेल मंत्री से हटा दिया गया है इसलिए अब कुछ नही हो सकता। पैसे वापस मांगने पर गोलमोल उत्तर दिया गया। जिसके बाद पीड़ित ने अदालत का रुख किया, जिसके आदेश के बाद विक्रोली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। जानकारी में यह बात भी सामने आई है कि सचिन चिखलकर को कांदिवली के एक मामले के बाद नौकरी से निलंबित कर दिया गया है।

Created On :   14 March 2024 3:33 PM GMT

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