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हीमोफीलिया के इलाज के लिए सभी जिलों में बनाए जाएंगे डे केयर सेंटर
- विधान परिषद में स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने की घोषणा
- फिलहाल मुंबई, ठाणे और नागपुर सहित 9 जिलों में है इलाज की सुविधा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में हीमोफीलिया के मरीजों के इलाज के लिए सभी 36 जिलों में डे केयर सेंटर (केंद्र) सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। फिलहाल मुंबई, ठाणे, नागपुर सहित 9 जिलों में डे केयर सेंटर उपलब्ध हैं। इससे अब राज्य में बचे हुए 27 जिलों में डे केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे। विधान परिषद में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. तानाजी सावंत ने यह घोषणा की। बुधवार को सदन में भाजपा सदस्य उमा खापरे ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए हीमोफीलिया के मरीजों के उपचार के लिए हर जिले में डे-केयर सेंटर बनाने का मुद्दा उठाया था। शिवसेना (शिंदे गुट) की सदस्य डॉ.मनीषा कायंदे और राष्ट्रीय समाज पक्ष के सदस्य महादेव जानकर ने इस बारे मे भी सवाल पूछा था। इसके जवाब में सावंत ने कहा कि राज्य के 9 जिलों में हीमोफीलिया के 5962 मरीज है। लेकिन राज्य में अगले 8 से 10 सालों में हीमोफीलिया के मरीजों की संख्या बड़े पैमाने पर बढ़ सकती है। इसलिए राज्य के सभी 36 जिलों में डे-केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही अगले छह महीने में हीमोफीलिया के मरीजों को खोजने के लिए सर्वे, जिला अस्पतालों में दवाई की व्यवस्था और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। सावंत ने बताया कि हीमोफीलिया के मरीजों के इलाज की सुविधा के लिए केंद्र सरकार से साल 2022-23 में 27 करोड़ रुपए निधि प्राप्त हुई है। जबकि साल 2023-24 में 55 करोड़ रुपए की राशि मिली है। सावंत ने कहा कि हीमोफीलिया मरीजों के रक्त के कारक 8 और 9 के लिए पर्याप्त इंजेक्शन उपलब्ध है। जबकि रक्त के कारक 7 के लिए इंजेक्शन खरीदना पड़ता है। सावंत ने कहा कि हीमोफीलिया आनुवंशिक रोग है। यह रोग पुरुषों में अधिक होता है जबकि महिलाओं में इस बीमारी का प्रमाण नगण्य है। महिलाएं हीमोफीलिया रोग की वाहक होती हैं। उन्होंने कहा कि जख्मी होने, दांत निकालने, फैक्चर आदि कारणों से अतिरक्तस्राव होना हीमोफीलिया का लक्षण है।
किस जिले में कितने मरीज
स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने बताया कि मुंबई में 1250, ठाणे में 833, नागपुर में 474, औरंगाबाद में 512, अमरावती में 438, नाशिक में 770, अहमदनगर में 258, पुणे में 977 और सातारा में 450 को कुल मिलाकर हीमोफीलिया के 5962 मरीज हैं।
इन अस्पतालों में इलाज की सुविधा
प्रदेश में हीमोफीलिया की बीमारी के इलाज की सुविधा फिलहाल 9 जिलों में है। मुंबई के केईएम अस्पताल, नागपुर के डागा स्मृति अस्पताल, पुणे के बी जे चिकित्सा महाविद्यालय में हीमोफीलिया के मरीजों के इलाज की सुविधा है। इसके साथ ही ठाणे, औरंगाबाद, अमरावती, नाशिक, अहमदनगर और सातारा के जिला अस्पताल में भी उपचार की व्यवस्था है।
Created On :   2 Aug 2023 8:52 PM IST