बालासाहेब ने आजीवन कमलाबाई की पालखी ढोने के लिए शिवसेना की स्थापना नहीं की थी- उद्धव

बालासाहेब ने आजीवन कमलाबाई की पालखी ढोने के लिए शिवसेना की स्थापना नहीं की थी- उद्धव
  • ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर किया पलटवार
  • मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का प्रयास

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे नाम लिए बैगर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर पलटवार किया है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ने कहा कि दिवंगत बालासाहेब ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना आजीवन कमलाबाई (भाजपा) की पालखी ढोने के लिए नहीं की थी। उद्धव ने कहा कि इंडिया की बैठक के दौरान मुंबई की सड़कों पर बालासाहेब के शिवसेना के कांग्रेस नहीं बनने देने वाले बयान का पोस्टर लगाया गया था। यह सच है कि बालासाहेब ने वह बयान दिया था। लेकिन बालासाहेब ने शिवसेना को कमलाबाई की पालखी ढोने के लिए नहीं बनाया था। उद्धव ने कहा कि कमलाबाई शब्द मेरा नहीं बल्कि बालासाहेब का है। मैंने केवल याद दिलाने के लिए कमलाबाई शब्द का उपयोग किया। शनिवार को उद्धव ने शिवसेना की ओर से बांद्रा के रंगशारदा में आयोजित पदाधिकारी सम्मेलन को संबोधित किया। उद्धव ने कहा कि भाजपा किराए पर जुटाए गए लोगों की पार्टी है। भाजपा ने किराए पर बिकने वालों को अपने खेमे में शामिल कर लिया है। लेकिन शिवसेना किराए के लोगों पर चलने वाली पार्टी नहीं है। शिवसेना हिम्मत, निष्ठा और जिद पर चलने वाली पार्टी है। उद्धव ने कहा कि शिवसेना का भाजपा के साथ गठबंधन था। लेकिन भाजपा ने मुख्यमंत्री पद का वादा पूरा नहीं किया। इसलिए मैंने भाजपा का साथ छोड़ा है। लेकिन भाजपा से गठबंधन तोड़ने का मतलब यह नहीं है कि मैंने हिंदुत्व का साथ छोड़ दिया है। शिवसेना हमेशा हिंदुत्व के मुद्दे के साथ रहेगी।

मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का प्रयास

उद्धव ने कहा कि नीति आयोग मुंबई महानगर क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए योजना तैयार कर रहा है। इसके जरिए केंद्र सरकार मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का प्रयास शुरू हो गया है। मुंबई को महाराष्ट्र से कोई तोड़ नहीं सकता है। इसलिए मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की कोशिश की जा रही है।

दिसंबर में लोकसभा चुनाव

उद्धव ने कहा कि भाजपा ने दिसंबर के लिए सभी हेलीकॉप्टर बुक कर लिया है। इससे ऐसा कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव दिसंबर में हो सकता है। इसलिए शिवसेना के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को गांव-गांव जाकर केंद्र सरकार की विफलताओं को जनता के सामने उजागर करना चाहिए। साथ ही महाविकास आघाड़ी सरकार की उपलब्धियों को बताना चाहिए।

भाजपा के पास कोई विकल्प नहीं

उद्धव ने कहा कि इंडिया गठबंधन के पास प्रधानमंत्री पद के कई चेहरे हैं। इंडिया में प्रधानमंत्री पद के लिए अनुभवी, उच्च शिक्षित और महिला चेहरा है। लेकिन भाजपा के पास प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उद्धव ने कहा कि भाजपा को मोदी की ताकत कम पड़ने लगी है। इसलिए भाजपा को शिवसेना पक्ष प्रमुख दिवंगत बालासाहेब की तस्वीर लगाने की जरूरत पड़ रही है। मुझे भाजपा की वैचारिक की दरिद्रता पर तरस आ आता है। भाजपा को चेहरे के लिए मेरे पिता को नाम चुराना पड़ता है। उद्धव ने कहा कि मुझे देश का नेता नहीं बनना है लेकिन देश की जनता को निश्चित रूप से जागरूक करना है।

Created On :   3 Sept 2023 5:01 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story