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गांव से वापसी में यात्रियों का बुरा हाल, स्पेशल ट्रेन आ रही 10 घंटे लेट
- पैसा और समय दोनों बर्बाद
- स्पेशल ट्रेन में पेंट्री कार ना होने से खाने के पड़े लाले
- दैनिक भास्कर को यात्रियों ने सुनाई आपबीती
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। मई महीने में शादी का सीजन होने के चलते गांव जाने वालों की बड़ी भीड़ थी अब 15 जून से बच्चों के स्कूल खुल रहे हैं ऐसे में गांव से मुंबई आने वालों की भीड़ ट्रेनों में ज्यादा देखी जा रही है। यात्रियों की भीड़ को काम करने के लिए रेलवे स्पेशल किराये पर स्पेशल ट्रेनों को चला रही है। परन्तु ये ट्रेनें 5 से 10 घंटे देरी से मुंबई पहुँच रही हैं। स्पेशल के नाम पर चल रही ट्रेनें लेट मुंबई पहुँचाने से यात्रियों का पैसा और समय दोनों बर्बाद हो रहा है। साथ ही इन्हे रात के समय घर पहुँचाने में भी काफी परेशानी हो रही है। स्पेशल किराये पर बरौनी मुंबई सेंट्रल स्पेशल ट्रैन में सफर करने वाले यात्रियों ने दैनिक भास्कर को अपनी आपबीती सुनाई।
ये ट्रेनें पहुँच रही लेट
रेलवे इन दिनों उत्तर भारत से मुंबई के लिए जितनी भी साप्ताहिक स्पेशल ट्रेनों को चला रही है वो सभी ट्रेन मुंबई देरी से पहुंच रही है। ट्रेन संख्या 09062 बरौनी मुंबई सेंट्रल स्पेशल ट्रेन सोमवार को 7 घंटे देरी से मुंबई सेंट्रल टर्मिनस पहुंची। इसी तरह ट्रेन संख्या 04151 कानपुर एलटीटी साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 10 घंटे लेट , 01026 बलिया दादर साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 5 घंटे लेट , 01114 बनारस एलटीटी 12 घंटे लेट पहुँच रही है। इसके अलावा और भी कई ट्रेनें मुंबई लेट पहुँच रही हैं।
सोनी गुप्ता, यात्री ने बताया कि ट्रेन इतनी लेट है की ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों का बुरा हाल हो जा रहा है। गर्मी में एसी में सफर कर रहे यात्रियों की स्थिति थोड़ी गनीमत है लेकिन ट्रेन लेट होने के कारण स्लीपर वाले यात्री मानों जलभुन जा रहे हैं। एक तो ऐसी ट्रेनों में पेंट्रीकार की सुविधा नहीं। मेरे साथ मेरा छोटा बच्चा है। ट्रेन में पेंट्रीकार हो तो बच्चों को दूध , गरम पानी की व्यवस्था की जा सकती है। लेकिन ट्रेन लेट होने के कारण ये भी एक बड़ी परेशानी यात्रियों के बीच सफर के दौरान बनी रही।
जिया लाल, यात्री ने बताया कि स्पेशल ट्रेन के नाम पर रेलवे यात्रियों से स्पेशल किराया तो वसूल लेती है लेकिन सुविधा के नाम पर व्यवस्था जीरो ही रहती है। बरौनी स्पेशल ट्रैन का किराया जौनपुर से मुंबई सेंट्रल का रेलवे ने 2430 रुपए थर्ड एसी के चार्ज किए। दूसरी ट्रेनों में यह किराया 1640 रुपए होता है काम किराये में ये ट्रेने समय पर पहुंचती है। स्पेशल स्पेशल ट्रेन का किराया भी ज्यादा वसूला जा रहा है और ट्रेन लेट पहुँचाने से पैसा और समय दोनों बर्बाद हो रहा है।
मुंबई पहुँचाने के बाद ये आती है दिक्कतें
ट्रैन लेट होने से खासकर रात के समय यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रेलवे टर्मिनस के आस पास के यात्री तो घर पहुँच जाते हैं। परंतु लोकल ट्रेन बंद होने के बाद टैक्सी किराये का पर्याप्त पैसा नहीं होने के कारण कई बार यात्रियों को सुबह तक स्टेशन पर ही रात गुजारनी पड़ती हैं।
सुशीला मिश्र, ने बताया कि भारतीय रेल तो हाई स्पीड हो रही है, लेकिन चल अभी लेट रही है। हमारी ट्रेन 19020 हरिद्वार बांद्रा एक्सप्रेस लेट चल रही है। ट्रेन लेट क्यों है इसको लेकर कोई एनाउक्मेंट भी नहीं हुआ है। समय सारणी पर ट्रेन न चलने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी होती है।
Created On :   13 Jun 2023 5:19 PM IST