कला निर्देशक नितिन देसाई की मौत के मामला पहुंचा बॉम्बे हाईकोर्ट

कला निर्देशक नितिन देसाई की मौत के मामला पहुंचा बॉम्बे हाईकोर्ट
  • एडलवाइस के अध्यक्ष और सीईओ की अदालत से दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग
  • देसाई की पत्नी ने खालापुर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई है एफआईआर
  • पत्नी ने पति की हत्या का है शक

डिजिटल डेस्क, मुंबई. प्रसिद्ध कला निर्देशक नितीन देसाई की आत्महत्या का मामला बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंच गया है। एडलवाइस एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (एआरसी) लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राज कुमार बंसल और चेयरपर्सन रशेश शाह ने अदालत याचिका दायर कर उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग की है। उन पर कला निर्देशक देसाई को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। दो याचिकाओं में नितिन देसाई की पत्नी और शिकायतकर्ता नैना देसाई में प्रतिवादी बनाया गया है।

याचिकाओं ने अदालत से अंतरिम राहत के रूप में पुलिस द्वारा कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने की भी मांग की गई है। 2 अगस्त को देसाई कर्जत के पास रायगढ़ के खालापुर में अपने एनडी स्टूडियो में मृत पाए गए थे। उन्होंने कथित तौर पर आर्थिक तनाव के कारण आत्महत्या कर ली। चार बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कला निर्देशक को महामारी के बाद से काम की कमी का सामना करना पड़ रहा था और कथित तौर पर उन्हें 181 करोड़ रुपए का कर्ज चुकाना मुश्किल हो रहा था।

खालापुर पुलिस स्टेशन में शाह और बंसल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। देसाई के परिवार का दावा है कि 2016 और 2018 के बीच एडलवाइस (एआरसी) से कर्ज लिया गया था और पुनर्भुगतान का कुछ हिस्सा चुकाया गया था। पुलिस ने अब तक गवाहों के लगभग 10 बयान दर्ज किए हैं। पुलिस ने बंसल और शाह को उनके सामने पेश होने के लिए समन जारी किया है। दोनों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया है। उनका दावा है कि जब वे केवल कर्ज वसूली के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रहे थे, तो आत्महत्या के लिए उकसाना नहीं हो सकता था।

Created On :   8 Aug 2023 9:56 PM IST

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