जीवनदान: ओमानी बुजुर्ग महिला को मुंबई में मिली नई जिंदगी

ओमानी बुजुर्ग महिला को मुंबई में मिली नई जिंदगी
कैंसर- हृदय रोग से थी पीड़ित, न ठीक से ले पा रही थी सांस और न ही दिल कर रहा था ठीक से काम

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ओमान की एक बुजुर्ग महिला को मुंबई में नई जिंदगी मिली है। बुजुर्ग महिला फौजिया कैंसर और हृदयरोग से पीड़ित थी। इसकी वजह से वह न ही ठीक से सांस ले पा रही थी और न ही उनका दिल ठीक तरह से काम कर रहा था। गंभीर हालत में भर्ती इस महिला को बचाने के लिए दो महत्वपूर्ण अंगों की सर्जरी एक ही दिन में जसलोक अस्पताल में की गई।

ओमानी नागरिक 61 वर्षीय फौजिया इस्सा ओवेरियन ट्यूमर और गंभीर कार्डियोवैस्कुलर रोग से पीड़ित थी। अस्पताल के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी कंसलटेंट डॉ. विष्णु अग्रवाल ने बताया कि वे ओवेरियन ट्यूमर के साथ ही हृदय रोग से भी पीड़ित थी। सिटी स्कैन की जांच में 40 सेमी आकार का बड़ा ट्यूमर और हृदय की धमनियों में असमानता पायी गई। डॉक्टर ने बताया कि इसके लिए सर्जरी बहुत जोखिमभरी थी। परिजनों को जोखिम से अवगत कराया गया था लेकिन उस समय जोखिम को देखते हुए परिवार वापस ओमान लौट गए। हालांकि फौजिया की बिगड़ती हालत को देखते हुए परिवार 4 महीने बाद फिर से मुंबई आ/e और उन्हें जसलोक अस्पताल में भर्ती कराया।

12 घंटे में हटाया गया ट्यूमर और कोलेस्ट्रॉल

कैंसर और हृदय संबंधी बीमारियों के इस अनूठे संयोजन के कारण डॉक्टरों के लिए सर्जरी चुनौतीपूर्ण रही। 12 से 13 घंटे के भीतर ही यहां के कार्डियक और ऑनको सर्जन ने कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी कर जहां कोलेस्ट्रॉल को हटाया वहीं साइटोरेडेक्टिव सर्जरी के जरिये ओवेरियन ट्यूमर को हटाया।

पांचवें दिन दी गई छुट्टी

सर्जरी के बाद उल्लेखनीय रिकवरी के कारण उन्हें ऑपरेशन के 5वें दिन छुट्टी दे दी गई। डॉ. उपेन्द्र भालेराव ने बताया कि बाईपास सर्जरी के बाद उनके हार्ट फंक्शन में उल्लेखनीय सुधार हुआ, जिससे उन्हें हार्ट फेलियर के लक्षणों से राहत मिली। सर्जरी के बाद फ़ौज़िया ने काफी ज़्यादा बेहतर परिवर्तन का अनुभव किया। उनका बढ़ा हुआ पेट, जिससे सांस लेना मुश्किल हो गया था, आकार में काफी कम हो गया और वह बैठने और फिर से मुस्कुराने के काबिल हो गई ।

जीवन हो गया था असहनीय

फ़ौज़िया ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस ट्यूमर के साथ जीवन असहनीय था। सांस लेने जैसी छोटी-छोटी क्रियाएं कठिन थीं। फौजिया ने बताया कि सर्जरी के बाद अब वह सामान्य रूप से सांस ले सकती है और उन्होंने इसके लिए डॉक्टरों का आभार माना हैं।

Created On :   7 Oct 2023 6:42 PM IST

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