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मुंबई: पेट में कोकीन के कैप्सूल निगलकर अफ़्रीकी नागरिक करते हैं ड्रग्स की तस्करी
- जब पेट को चीरकर निकालनी पड़ी कैप्सूल
- एक तस्कर के पेट में जब फंस गया एक कैप्सूल
डिजिटल डेस्क, मुंबई, अखिलेश तिवारी। दुनिया भर में ड्रग्स का कारोबार फैल चुका है भारत में भी इसका सेवन करने वाले लाखों की संख्या में मौजूद है । भारत में ड्रग्स का प्रोडक्शन कर पाना मुश्किल है इसलिए इसे अफ्रीका के कुछ देशों से मंगाया जाता है। ड्रग्स की तस्करी में लिप्त लोगों को मुंह मांगी रकम मिलती है। यही वजह है कि कुछ तस्कर कोकीन को कैप्सूल में डालकर निगल जाते है। जिसे भारत आने पर तस्कर अपने शरीर से बाहर निकालते हैं।
राजस्व खुफिया निदेशालय विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर 28 मार्च को मुंबई हवाईअड्डे पर सिएरा लियोन देश के एक नागरिक को ड्रग्स के संदेह पर रोक कर तलाशी ली। गहन पूछताछ में आरोपी ने कैप्सूल के माध्यम से ड्रग्स तस्करी की बात कबूल की। उसने डीआरआई अधिकारियों को बताया कि कोकीन वाली 74 कैप्सूल निगल गया है जो उसके पेट में मौजूद है। डीआरआई ने यात्री को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद उसे जे जे अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसके पेट से सफलतापूर्वक 74 कैप्सूल बाहर निकाल लिया। जिसमें 1108 ग्राम कोकीन बरामद हुई। जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 11 करोड़ के क़रीब है।
एक तस्कर के पेट में जब फंस गयी एक कैप्सूल
डीआरआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीते साल 9 सितंबर को एक ऐसा ही मामला सामने आया था कांगो देश का 54 वर्षीय अल्फा म्वंबा त्शौका व्यक्ती अपने पेट में 116 कैप्सूल निगल कर यात्रा कर रहा था। मुंबई हवाईअड्डे पर जांच में उसने कबूल किया। फिर जेजे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। 15 दिन एडमिट करने के बाद 115 कैप्सूल तो बाहर आ गए लेकिन एक कैप्सूल आंत में फस गया. जिसे निकालने के लिए जे जे के डॉक्टरों को सर्जरी करनी पड़ी तब जाकर वह कैप्सूल निकल पायी ।
डॉक्टर का कहना है कि पेट के एसिड में 40 ग्राम का वह कैप्सूल यदि घुल जाता तो जान को खतरा भी हो सकता था। यात्री ने कबूल किया कि उसे पैसा और फ्री एयर टिकट देकर भेजा गया था। यदि वह डीआरआई की नजर से बचकर बाहर आ गया होता तो फिर ड्रग्स के माफिया उसे बताते कि आगे किससे मिलना है। इसलिए आगे यह मामला बढ़ नहीं पाया।
Created On :   1 April 2024 10:01 PM IST