परेशानी : मरम्मत के बाद फिर टूटी मेन पाइप लाइन, सप्लाई बहाल करने में नाकाम जिम्मेदार

परेशानी : मरम्मत के बाद फिर टूटी मेन पाइप लाइन, सप्लाई बहाल करने में नाकाम जिम्मेदार

शहर में तीसरे दिन भी आधी आबादी को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ा। रविवार रात 8 बजे सुधार होने के कारण इस बात के आसार रहे कि सोमवार को नगर के पेयजल आपूर्ति बाधित नहीं होगी, लेकिन सुबह-सुबह जुगाड़ के व्यवस्था से बनाया गया पिलर जमींदोज हो गया। जिसके चलते मेन पाइप लाइन सीधे दो भागों में बंट गया। जिस पानी से 20 हजार कनेक्शनधारियों की प्यास बुझनी थी। लाखों गैलन लीटर पानी नदी में ही समा गया और स्थानीय लोग एक-एक बाल्टी पानी के लिए सुबह से शाम तक जूझते रहे। दरअसल यह समस्या शुक्रवार से कटायेघाट में निर्माणाधीन पुल के चलते बनी है। ब्रिज में नींव के लिए कांक्रीट के बेस की ही ढलाई हुई थी कि लापरवाही के चलते मेन पाइप लाइन का पिलर भी टूट गया। शनिवार और रविवार को अफसर और कर्मचारी जूझते हुए दुरुस्त करने का काम करते रहे, लेकिन यह कोशिश भी नाकाम हो गई।

तय नहीं की जिम्मेदारी

तीन करोड़ रुपए की लागत से यहीं पर पुल का निर्माण किया जा रहा है। पुल निर्माण के ठेकेदार की प्रारंभिक रुप में लापरवाही भी पाई गई है। इसके बावजूद अभी तक अधिकारी और जनप्रतिनिधि जिम्मेदारी तय नहीं कर सके हैं। जिससे लोगों में रोष पनपते जा रहा है। शहर के अंदर यह चर्चा है कि निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए भीषण गर्मी में फिर से नगर के सत्तर प्रतिशत लोगों को पेयजल की परेशानियों में जिम्मेदारों ने डाल दिया। तीन दिन से पूरा का पूरा अमला यहां पर लगा हुआ है, जिससे अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। इसके बावजूद जिम्मेदारी तय नहीं किया जाना समझ से परे है।

रात को भरी गई थी टंकियां

कटायेघाट बैराज में जलस्तर कम होने से वर्तमान समय में एक दिन के अंतराल में नगर के सभी वार्डों में पानी दिया जाता है। शनिवार को पेयजल आपूर्ति का दिन नहीं था। इसलिए लोग भी वैकल्पिक और जुगाड़ व्यवस्था से काम चलाने पर मजबूर हुए। रविवार को टंकियां नहीं भर पाई थी। जिसके चलते लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ा। रविवार रात में टंकियां भर ली गई थी। जिसके चलते सोमवार सुबह पेयजल संकट प्रभावित वार्डों में पानी देने का काम किया, लेकिन इसके बाद पाइप लाइन के नीचे लगा पिलर फिर से टूट गया। जिसके बाद फिर से पानी की किल्लत शुरु हो गई।

फैक्ट फाइल

> नगर के अंदर 45 वार्डों में व्यवस्था

> 25 की जगह पर 16 एमएलडी

> एक दिन कटौती के बाद भी संकट

> पेयजल आपूर्ति में फेल जिम्मेदार

> 70 प्रतिशत आबादी पर इसका असर

> टैंकरों और नलकूपों से व्यवस्था का दावा

> जिम्मेदारी तय करने का नहीं साहस

टीम गठित की

निगमायुक्त सत्येन्द्र सिंह धाकरे नें नागरिकों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए पाईप लाईन में सुधार होने तक नगर के विभिन्न वार्डाे में पानी टेंकर के माध्यम से जलापूर्ति सुनिश्चित करानें हेतु क्षेत्रीय उपयंत्रियों सहित सहयोगी कर्मचारियों के दल का गठन किया है। निगमायुक्त ने उपयंत्रियों को प्रभावित क्षेत्रों की सतत मानीटरिंग करते हुए पानी टेंकर से जलापूर्ति कराने हेतु निर्देशित किया है।

Created On :   23 May 2023 2:53 PM IST

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